ISRO की नई उपलब्धि, अब एक ही रॉकेट बार-बार उपयोग होगा, प्रयोग में पाई सफलता: फाइटर जेट की तरह उतरा RLV-LEX3
इसे रनवे से 4.5 किलोमीटर दूर हवा में छोड़ दिया गया था। इसके बाद यह स्वयं अपने सिस्टम चालू करके आटोमेटिक तरीके से रनवे पर लैंड कर गया।
इसे रनवे से 4.5 किलोमीटर दूर हवा में छोड़ दिया गया था। इसके बाद यह स्वयं अपने सिस्टम चालू करके आटोमेटिक तरीके से रनवे पर लैंड कर गया।
समिति परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी की संरचना और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें करेगी।
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि जिस दिन भारत के बहुप्रतीक्षित सूर्य मिशन पर आदित्य एल1 को रवाना होना था, उसी दिन उन्हें कैंसर होने…
इसरो चीफ एस सोमनाथ इनसैट-3डीएस की सफल लॉन्चिंग से पहले आँध्र प्रदेश के सुल्लुरपेट में श्री चेंगलम्मा मंदिर में पहुँचे और मंदिर के भीतर पूजा पूाठ की।
आदित्य एल-1 प्रोजेक्ट को ISRO में निगार शाजी ने लीड किया। उन्होंने 8 साल तक मेहनत करके इसकी सफलता सुनिश्चित की।
पीएम मोदी ने कहा कि ये सफलता जटिल अंतरिक्ष अभियानों को सफल बनाने वाले हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का परिणाम है। लैंग्रेज पॉइंट तक पहुँचा'आदित्य L1'.
भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संसथान (ISRO) ने 1 जनवरी, 2024 को सुबह 9:10 बजे अपने रिसर्च सैटेलाईट XPoSAT सैटेलाईट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।
ASPEX में अत्याधुनिक उपकरण लगे हुए हैं। जैसे - सोलर विंड आयन स्पेक्ट्रोमीटर (SWIS), सुप्राथर्मल एन्ड एनर्जेटिक पार्टिकल स्पेक्ट्रोमीटर बिना किसी व्ययधान के काम कर रहा है।
चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग व्हीकल का ऊपरी हिस्सा अलग होकर अनियंत्रित हो गया है। ISRO ने बताया कि यह उत्तर प्रशांत महासागर में गिरेगा।
'चंद्रयान 3' की सफलता और सफल 'गगनयान' ट्रायल के बाद विजयादशमी पर ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने ईश्वर के साथ अपने एक ख़ास कनेक्शन की बात करते हुए कहा कि…