…5 साल तक बैठे रहेंगे PM मोदी के समर्थन में, कानून हमारे लिए सही: विरोध वाले ‘किसानों’ को आईना दिखाती वायरल वीडियो
“आज तक जो भी सरकार आई क्या उसने किसानों को खाद-पानी के लिए 6 हज़ार रुपए दिया? यही इकलौती ऐसी सरकार (मोदी सरकार) है जो..."
“आज तक जो भी सरकार आई क्या उसने किसानों को खाद-पानी के लिए 6 हज़ार रुपए दिया? यही इकलौती ऐसी सरकार (मोदी सरकार) है जो..."
“मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में प्रार्थना की। जहाँ गुरु तेग बहादुर जी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था। मैं..."
YouTube पर 17 मिनट लंबे ऑरिजिनल वीडियो में दो किसानों के साथ एक इंटरव्यू है। किसान का आरोप है कि गुजरात के कच्छ जिले में एपीएमसी बाजार नहीं हैं और…
“मुझे आपको सावधान करने की ज़रूरत है, यह पत्रकारिता नहीं है। तब भी मुझे आपके सामने तथ्य रखने पड़े थे और आप फिर वही काम कर रहे हैं।”
इसका सबसे बड़ा सबूत आंदोलन स्थल पर लगा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह समेत 17 लोगों की हत्या के दोषी जगतार सिंह हवारा और उसके साथियों के पोस्टर है।
AAP यूटर्न में माहिर है। कृषि कानूनों पर भी उसका रवैया ऐसा ही है। यही वजह है कि रूबिका लियाकत के सामने अडानी का नाम लेकर संजय सिंह फँस गए…
“मुझे लगता है कि उनको पीड़ा इस बात से नहीं है कि कृषि कानूनों में सुधार क्यों हुआ। उनको तकलीफ इस बात से है कि जो काम हम कहते थे…
मोदी और हिंदुओं को सबक सिखाने की बात करने वाले इस पुराने वीडियो का किसान आंदोलन के बीच वायरल होना चिंताजनक है।
एसपी के मुताबिक़, “उसने सिखों जैसे नज़र आने के लिए दाढ़ी बढ़ा ली थी लेकिन जैसे ही वह अपनी कार के भीतर गया हमने उसे पहचान लिया।”
"सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते। अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे।"