जयप्रकाश नारायण

‘संपूर्ण क्रांति’ के जनक लोकनायक ने ऐसे तोड़ी ‘इंदु’ की सत्ता की हनक, जिस RSS पर चला था दमन का चक्र, वही आज कॉन्ग्रेस की दुखती रग

"....क्योंकि आपने तो जानबूझकर विकृत तथ्यों और झूठी बातों का प्रचार किया है। परन्तु जो सच है, वह तो लिपिबद्ध हो जाए… आपके शासन में एक बन्दी के रूप में…