गर्ल्स-बॉयज टॉयलेट अलग-अलग क्यों? बच्चे होते हैं कंफ्यूज: NCERT ने जेंडर मुद्दे पर जारी किया प्रोग्राम, जाति-पितृसत्ता को बनाया दोषी
दस्तावेज में बताया गया है कि जो बच्चे जेंडर डिस्फोरिया से जूझ रहे होते हैं उन्हें समझ नहीं आता कि वो कौन सा शौचालय में जाएँ।