सीता से कहलवाया – ‘मर्द बनने निकला था तू, इंसान बनना भूल गया’, राम कहते हैं – ‘अब एक औरत समझाएगी मुझे?’: IIT बॉम्बे में रामायण के नाम पर हिन्दू धर्म का अपमान
सीता कहती हैं, "वहाँ की औरतों को अच्छी प्रतिष्ठा मिलती है। उसने मुझसे खुद बोला कि मेरी अनुमति के बिना मुझे छुएगा भी नहीं। उसमें मुझे ऐसा मर्द दिखा जो…