lead story

‘जय श्री राम नहीं बोले तो हमको मारा’ – वो 10 घटनाएँ जिनके सहारे ‘लिबरल मीडिया’ ने चलाया प्रोपेगेंडा

ऐसे आरोपों के उफनने का एक कारण यह है कि लिबरल गैंग के पास हिन्दुओं के खिलाफ बोलने के लिए और कोई आधार नहीं बचा है। न ही कोई हनुमान…

कर्नाटक: येदियुरप्पा ने साबित किया बहुमत, विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने तत्काल प्रभाव से सौंपा इस्तीफा

"मैं किसी के ख़िलाफ़ बदले की राजनीति के साथ काम नहीं करता, आगे भी नहीं करूँगा। हमारी सरकार किसानों के लिए काम करना चाहती है, इसलिए मैं सभी से अपील…

‘सांसद रमा देवी मेरी बहन की तरह हैं’ – भद्दी टिप्पणी करने के बाद आज़म ख़ान ने माँगी माफ़ी

25 जुलाई को लोकसभा में ट्रिपल तलाक बिल पर पर चर्चा के दौरान सदन की अध्यक्षता कर रहीं बीजेपी सांसद रमा देवी पर सपा नेता आज़म ख़ान ने अभद्र टिप्पणी…

‘कॉन्ग्रेस-NCP के 50+ MLA हमारे सम्पर्क में’ – BJP के दावे के बाद महाराष्ट्र में सियासी उठापटक तेज़

NCP में इस्तीफ़ों का दौर भी जारी है। 26 जुलाई को पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष चित्रा वाघ ने पार्टी के अंधकारमय भविष्य को देखते हुए इस्तीफ़ा दिया था।…

35A उन्मूलन: 370 हटाने का वह ‘द्वार’, जिस पर ‘कश्मीरियत’ के जिहादी नेता दे रहे पहरा

हिन्दुस्तान की संसद की तरफ से 370 का हटाया जाना जिहादी मानसिकता वाले 'अलगाववादी' स्वीकार नहीं करेंगे। इसे रोकने के लिए 35A के पक्ष में 'कश्मीरियत' के तीनों गुट हार्डकोर…

घाटी में बड़े हमले की फिराक में आतंकी, इसलिए भेजे 10,000 अतिरिक्त जवान

अतिरिक्त जवानों की तैनाती के फैसले ने कश्मीरी नेताओं और अलगाववादियों को बेचैन कर रखा है। इस फैसले से अनुच्छेद 35ए को खत्म किए जाने की अटकलों ने भी जोर…

SCROLL से सीखिए हिमा दास की काबिलियत पर तर्कों के साथ शक करना

विनय की गणित के मुताबिक भले ही इतनी जीतों के बावजूद भी हिमा योग्य नहीं हैं, लेकिन हमें फिर भी उम्मीद है कि टोक्यो ओलंपिक में मेडल आएगा। इसका ये…

सागरिका हम समझते हैं, कुंठा छिपाने और अपनी किताब बेचने का यह तरीका पुराना है

सागरिका युद्धों के बारे में अपनी जानकारी को थल सेना के एक अधिकारी से ज्यादा सिद्ध करने की मूर्खतापूर्ण कोशिश में लगी रही। ये अलग बात है कि युद्धों का…

UAPA कानून में बदलाव: आखिर व्यक्ति विशेष को आतंकवादी क्यों घोषित करना चाहते हैं अमित शाह?

UAPA नया कानून नहीं है। 1967 में इंदिरा गाँधी की सरकार ही इस बिल को पहली बार लेकर आई थी। कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के कार्यकाल में तीन…

जातिवाद और साम्प्रदायिकता ही कम्युनिस्टों का ‘बाज़ार’ है, वो इसे भला खत्म क्यों होने देंगे?

जातिवाद खत्म करने वाली आर्थिक ताकत मुक्त बाज़ार के कम्युनिस्ट दुश्मन हैं। सड़कें न बनने देने वाले, स्कूलों में बम लगा देने वाले माओवादियों के पैरोकार हैं।