2 औरत, दोनों में लेस्बियन संबंध… अब दोनों को हुआ बच्चा, पला भी दोनों की गर्भ में: ‘INVOcell’ तकनीक का प्रयोग पहली बार

इंग्लैंड के लेस्बियन कपल एस्टेफ़ानिया और अज़हरा बने पैरेंट्स (फोटो साभार: needtoknow.co.uk)

इंग्लैंड का एक लेस्बियन कपल दुनिया का ऐसा दूसरा ऐसा जोड़ा बन गया है जिनके बच्चे को पैदा होने से पहले दोनों माँओं के गर्भ में रहने का मौका मिला। इस कपल ने बीते महीने 30 अक्टूबर, 2023 में एक प्यारे से बेटे डेरेक एलॉय को जन्म दिया है।

डेरेक एलॉय के पैदा होने से उसकी पैरेंट्स बनीं 30 साल की एस्टेफ़ानिया और 27 साल की अज़हरा बेहद खुश है। और हों भी क्यों न, उसकी पैदाईशी का दोनों ने काफी बेसब्री से इंतजार किया था। पैदा होते वक्त नन्हें डेरेक एलॉय का वजन 7 पौंड 4 औंस से कुछ अधिक था।

उसके लिए दोनों ने इस साल मार्च में ही फर्टिलिटी क्लिनिक से संपर्क साधा था। एस्टेफेनिया और अज़हारा ने गर्भधारण करने के लिए इनवोसेल नामक एक नए तरह के फर्टिलिटी ट्रीटमेंट INVOcell का इस्तेमाल किया गया। इसमें अँगूठे के आकार का अंडे और शुक्राणु वाला एक छोटा सा कैप्सूल वेजाइना के अंदर रखा जाता है।

ये अंडे और शुक्राणु वाला कैप्सूल सबसे पहले एस्टेफ़ानिया की वेजाइना में रखा गया था। इसे उनके शरीर में 5 दिनों के लिए छोड़ दिया गया ताकि शुक्राणु प्राकृतिक तरीके से अंडों को निषेचित कर सके।

इस कैप्सूल को एस्टेफेनिया के शरीर से निकाल कर आगे के विकास के लिए अज़हरा के गर्भाशय में स्थानांतरित करने से पहले भ्रूण की जाँच की गई। रिपोर्ट के मुताबिक डेरेक को जन्म देने वाला अंडाणु एस्टेफेनिया के गर्भ में निषेचित हुआ था, लेकिन अज़हरा ने उसे नौ महीने तक अपने गर्भ में रखा।

इसके बाद पाल्मा, मेजर्का में सी-सेक्शन से अज़हरा ने बेटे डेरेक एलॉय को जन्म दिया। इसके साथ ही डेरेक INVOcell के जरिए पैदा हुआ पहला यूरोपीय बच्चा बन गया। इस तकनीक का इस्तेमाल इससे पहले के 2018 में अमेरिका के टेक्सास के कपल ब्लिस और एशले कूल्टर के बेटे स्टेटसन के पैदा होने के लिए किया गया था।

डेरेक के जन्म को संभव बनाने वाली टीम की एक डॉक्टर के मुताबिक, “इस प्रक्रिया में नयापन यह है कि दोनों भ्रूण को रख सकते हैं और जब तक जरूरत हो तब तक इसे साझा कर सकते हैं।”

बता दें कि इस कपल को इस इलाज के लिए दवा सहित 5,489 अमेरिकी डॉलर खर्च करने पड़े, लेकिन इसका नतीजा उनकी जिंदगियों में खुशियाँ लेकर आया। एस्टेफ़ानिया ने स्थानीय मीडिया को बताया, “यह हम दोनों को उसके पैदा होने के काबिल बनाने का एक तरीका था। यह बात कि मैं इस तरह से उसे अपने गर्भ में रख सकती हूँ, बड़ी रोमाँचक थी।”

एस्टेफ़ानिया ने आगे कहा, “अब, मैं जब उसे देखती हूँ, तो ख़ुशी से भर जाती हूँ मैं और मेरी साथी एक-दूसरे की देखभाल करते हैं और हमें लगता है कि यह कुछ ऐसा है जो हम दोनों के भीतर पला है, कुछ ऐसा जो हमने एक साथ किया है।”

इससे चार साल पहले भी 2019 में एक ब्रिटिश लेस्बियन कपल ने साझे मातृत्व वाली आईवीएफ तकनीक के जरिए एक बेटे को जन्म दिया था। तब 28 साल की जैस्मीन फ्रांसिस-स्मिथ और उनकी 30 साल की पत्नी डोना ने बेटे ओटिस को जन्म दिया था। उनका ट्रीटमेंट लंदन के वुमन क्लिनिक में हुआ था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया