स्वीडन के फैशन ब्रांड H&M ने यौन प्रदर्शन के लिए बच्चियों का गलत इस्तेमाल करने को लेकर माफ़ी माँग ली है। H&M की जींस जैकेट्स व अन्य कपड़े युवाओं में खासे लोक्रपिय हैं। कंपनी ने एक विज्ञापन में छोटी-छोटी बच्चियों को यौन वस्तु की तरह दिखाया था, जिसके बाद उसकी खासी आलोचना हो रही थी। स्कूल क्लॉथिंग को लेकर जारी किए गए इस विज्ञापन को अब वापस ले लिया गया है। इस विज्ञापन अभियान को ऑस्ट्रेलिया में लॉन्च किया गया था।
इस विज्ञापन में 2 नाबालिग लड़कियों को दिखाया गया था। साथ ही कैप्शन में लिखा गया था, “H&M के ‘स्कूल फैशन की वापसी’ के जरिए लोगों को मुड़ कर देखने के लिए विवश कर दें।” अब सोमवार (22 जनवरी, 2024) को कंपनी के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि हमने इस एडवर्टाइजमेंट को हटा दिया है। प्रवक्ता ने कहा कि हम इस गलती के लिए गहराई से क्षमाप्रर्थी हैं, और हम आगे देख रहे हैं कि मौजूदा विज्ञापन अभियान किस तरह से आगे बढ़ रहे हैं।
लोगों ने H&M की आलोचना करते हुए कहा था कि बच्चियों के अभिभावक कभी ऐसा नहीं चाहेंगे कि उनकी बेटियाँ ऐसे कपड़े पहनें जिसे लोग बार-बार मुड़-मुड़ कर देखें। लोगों ने कहा कि बस में, क्लास में या सड़क पर बच्चियों को कोई मुड़-मुड़ कर देखे, ये ठीक नहीं है। इसी तरह पिछले साल पेरिस के लक्जरी फैशन ब्रांड Balenciaga ने निशाना बनी थी। उसने टेडी ऐसे बेयर जारी किए थे, जो बंधकों वाले ड्रेस पहने हुए थे। साथ ही वहाँ की सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का प्रिंटआउट लगाया गया था, जिसमें चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के खिलाफ कानूनों को जायज ठहराया गया था।
This ad is banned accused of "sexualization of children" by @hm . 1. Does H&M have no women/well-meaning men, who are also parents to have approved this without check? 2. Does H&M have no legal & ethics team? 3. Do people get the diff b/w child sexuality & sexual predation? pic.twitter.com/ThwTYomWmy
— Linda Ashok (@IamLindaAshok) January 22, 2024
लेखिका मेलिना टनकार्डरेस्ट ने भी H&M की आलोचना करते हुए कहा था कि स्कूली बच्चों को अकेले छोड़ देना चाहिए, उन्हें लोगों के अनचाहे आकर्षण का केंद्र नहीं बनाना चाहिए। कंपनी ने इस विज्ञापन को फेसबुक पर जारी किया था, जिसका स्क्रीनशॉट अब भी वायरल हो रहा है। इसमें लड़कियों को स्कूल स्कर्ट पहने हुए दिखाया गया था। लोगों ने पूछा था कि जानबूझकर बच्चियों की टाँगों में तेल क्यों लगा दिया गया है, क्या उन्हें यौन वस्तु की तरह पेश किया जा सके इसीलिए?