मीडिया फ़ैक्ट चेक

‘रूसी सैनिक को पीटती यूक्रेन की बच्ची’: NDTV और कॉन्ग्रेस ने 10 साल पुरानी वीडियो दिखा फैलाई फेक न्यूज

NDTV ने एक बार फिर से एक छोटी लड़की के 10 साल पुराने वीडियो के जरिए उसे यूक्रेनी बताते हुए और वह रूसी आक्रमण का विरोध करने के लिए खड़ी…

ओवैसी के हमलावर पर फँसी मीडिया, झूठ पकड़े जाने पर लल्लनटॉप ने माँगी माफी: कैबिनेट मंत्री के PRO को बता रहे थे ‘सचिन’

कई मीडिया हाउस नीतेश सिंह तोमर को सचिन पंडित बताकर यह झूठ फैला रहे हैं कि असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करने वाले के बीजेपी नेताओं से संबंध हैं।

‘कॉरपोरेट टैक्स 18% से घट कर 15% हुआ’: आम बजट के नाम पर फेक न्यूज फैला रहा था NDTV, नेटिजन्स बोले- बैन करो

एनडीटीवी ने फेक न्यूज फैलाने के क्रम में इस बार कॉपरेटिव टैक्स को कॉरपोरेट टैक्स दिखाया और बताया कि सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स को घटाकर 15 % कर दिया गया…

‘बीजेपी नेताओं का आना मना है’: घरों पर लगे पोस्टरों को शामली पुलिस ने बताया शरारती तत्वों की शरारत, अब होगी कार्रवाई

"शामली विधानसभा क्षेत्र के गाँव लिलौन में कई लोगों ने अपने घरों और गेट पर लिखा है कि भाजपा वालों का आना मना है।"

द क्विंट की चालबाजी को नेटिजन्स ने पकड़ा: जिस ट्रिक से शरजील को किया था डिफेंड, उसी से PM की सुरक्षा से खिलवाड़ को बता रहा कमतर

द क्विंट ने कॉन्ग्रेस को बचाने की कोशिश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक की तुलना 2017 में उनके काफिले के रुकने से की।

भारत बायोटेक ने बताया TOI-वायर-डेक्कन हेराल्ड जैसों ने कोरोना वैक्सीन पर कैसे झूठ फैलाया, ‘सही रिपोर्टिंग’ की दी डोज

भारत बायोटेक ने कुछ मीडिया संस्थानों की लिस्ट निकाली है जिन्होंने कोवैक्सीन पर पिछले कुछ दिनों में फेक न्यूज फैलाने का काम किया था।

NDTV के पत्रकार विष्णु सोम ने कोवैक्सिन की शेल्फ लाइफ को लेकर मोदी सरकार पर लगाया झूठा आरोप, फेक न्यूज़ फैलाने पर लोगों ने लगाई लताड़

सोशल मीडिया यूजर ने सोम के चैनल का स्क्रिनशॉट शेयर कर उन्हें याद दिलाया कि कोवैक्सिन की शेल्फ लाइफ बढ़ाने की खबर आपके संस्थान ने भी कवर की थी।

‘माँ-बाप की मर्जी से शादी, वरना वेश्यावृत्ति’ : पढ़ें News 24 ने कैसे किया बिहार DGP के बयान के साथ खिलवाड़, अब लग रही लताड़

न्यूज 24 ने डीजीपी की वीडियो का एक क्लिप शेयर करके लिखा, “माँ-बाप की मर्जी से करें शादी, वरना वेश्यावृत्ति में जाना पड़ सकता है।”

खोजी पत्रकारिता के नाम पर इंडियन एक्सप्रेस का फरेब: 15 किमी की दूरी को 5 किमी में समेटा… दूसरे जिले की जमीन को भी राम मंदिर से जोड़ा

इंडियन एक्सप्रेस का दावा खोजी पत्रकारिता का। पड़ताल हुई तो निकले फरेब। राम मंदिर को विवादित बनाने के लिए जमीनों की खरीद को लेकर गढ़े फैक्ट।