‘हमारा नसीब तो देखो, अपने बालक भी खोए और अखिलेश सरकार में जेल भी गए’: फूट-फूटकर रोई माँ, कहा- जबसे बाबा, तब से सुरक्षा
मलिकपुरा जाने के लिए कवाल की उन तंग गलियों से गुजरना पड़ता है, जिसमें सचिन और गौरव की निर्मम हत्या की गई थी। आठ साल बाद भी वे जख्म हरे…