‘गद्दारों का गुणगान करती थीं लता मंगेशकर, जहन्नुम भी नसीब नहीं होगा’: इस्लामी कट्टरपंथियों ने बताया ‘स्वार्थी और मौकापरस्त’

कुछ असामाजिक तत्व सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन पर मना रहे हैं जश्न (फाइल फोटो)

जहाँ सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन के बाद पूरा देश और दुनिया में भर संगीत प्रेमी लोग शोक में हैं, वहीं कुछ असामाजिक तत्व ऐसे हैं जो सोशल मीडिया पर इसका जश्न मना रहे हैं। ‘HaHa’ के रिएक्शंस भी दे रहे हैं। ऐसे ही लोगों में से एक है हमदान अंसारी। एक ट्विटर हैंडल ने जब लता मंगेशकर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की, तब हमदान अंसारी ने हँसी वाली 5 इमोजी शेयर कर के मजाक बनाया। उक्त ट्विटर यूजर ने यूपी पुलिस से इस मामले में कार्र्रवाई की माँग की है।

हमदान अंसारी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “अल्लाह से दुआ करो जहन्नुम जगह दे दे, लेकिन उसका तो वहाँ का भी नसीब नहीं लगता।” इसके बाद उसने ‘नेता जी’ नाम के उस ट्विटर यूजर को भी धमकाया, जिसने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी थी। उसने लिखा, “निकल ले वरना तेरा भी इंतकाल कर दूँगा।” हालाँकि, यूपी पुलिस को टैग किए जाने के बाद डर के मारे उसने अपनी ट्वीट्स को डिलीट कर दिया। लोगों ने उस पर कार्रवाई की माँग की है।

वहीं मोहम्मद शाह आलम नाम के एक व्यक्ति ने लता मंगेशकर से जुडी NDTV की एक खबर पर टिप्पणी करते हुए लिखा, “अच्छी गायिका थीं, लेकिन ये भी विवादों से घिरी रहती थीं। मौकापरस्त और स्वार्थी चरित्र वाली थीं। ये वही हैं, जब इनके घर के सामने फ्लाईओवर बन रहा था तो इन्होंने देश छोड़ने की धमकी दे डाली थी। ये वही हैं, जिन्होंने कई गायकों का करियर ख़त्म करा दिया। इन्होंने गद्दारों को महान बताया। गद्दारों को महान बताने वाला भला ‘भारत रत्न’ कैसे हो सकता है?”

NDTV की खबर पर मोहम्मद शाह आलम का कमेंट

इन सबके अलावा इस्लामी कट्टरपंथी फेसबुक पर भी रिएक्शंस देकर महान गायिका के निधन का जश्न मनाते हुए नजर आए। लता मंगेशकर का नजरिया राष्ट्रवादी रहा था और उन्होंने कभी इसे छिपाया भी नहीं। पीएम मोदी उनके चहेते नेता थे, यह भी समय-समय पर सबको बताया। बस यही वजह है कि उनके निधन पर जहरीले लोग हँस रहे हैं, सोशल मीडिया पर ‘हाहा’ रिएक्शन दे रहे। लता मंगेशकर ने अपने राष्ट्रवादी नजरिए को लेकर हमेशा से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का साथ दिया। आरएसएस की कार्यशैली से वो सदैव अपने आप को जोड़ती थीं। लता मंगेशकर देश की सम्मान थीं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया