खिलजी और दिलावर ने भोजशाला को रौंदा, लेकिन नहीं मिटा सके निशान: जानिए धार का वाग्देवी मंदिर कैसे बना कमाल मौलाना मस्जिद
अभी जिसे आप कमाल मौलाना मस्जिद के नाम से जानते हैं, उसे मुस्लिम आक्रांताओं ने माता सरस्वती के मंदिर को तोड़कर बनाया है।
अभी जिसे आप कमाल मौलाना मस्जिद के नाम से जानते हैं, उसे मुस्लिम आक्रांताओं ने माता सरस्वती के मंदिर को तोड़कर बनाया है।
आज आप जिसे अढाई दिन का झोपड़ा मस्जिद मानते हैं, वो मूल रूप से विशालकाय संस्कृत महाविद्यालय हुआ करता था, जहाँ संस्कृत में ही विषय पढ़ाए जाते थे।
किताब में विभिन्न राज्यों के 1800 से अधिक स्थानों का उल्लेख है, जहाँ मंदिरों को ध्वस्त कर मस्जिद बना दिए गए। हम पेश कर रहे हैं राज्यवार सूची।
'हदीस' में पैगंबर मुहम्मद का कथन, "जब उम्माह भारत के राजाओं को जंजीरों से बाँध कर लाएँगे, अल्लाह उनका साथ देगा।" औरंगज़ेब का गुणगान का कारण 'गज़वा-ए-हिन्द'?
तुगलक ने आसपास के छोटे-बड़े मंदिरों को भी ध्वस्त कर दिया और रजिया मस्जिद का और विस्तार किया। काशी में सिकंदर लोदी और खिलजी ने भी तबाही मचाई।
बिहार में स्थित माता मुंडेश्वरी का मंदिर दुनिया का सबसे पुराना कार्यरत मंदिर है। 108 ईस्वी में स्थापना से आज तक इसमें पूजा नहीं रूका है।
''स्वामी विवेकानंद के कार्यों को पढ़ने के बाद, देश के लिए मेरी देशभक्ति में हजार गुणा वृद्धि हुई।'' - महात्मा गाँधी ने यह तब कहा था जब...
गहड़वाल वंश के चंद्रदेव और फिर गोविंदचंद्र ने काशी की सुरक्षा की। मुहम्मद गोरी और कुतुबुद्दीन ऐबक ने मचाई तबाही। गुजरात के जैन मंत्री ने पुनर्निर्माण को दिया दान।
अमदावाद की जामा मस्जिद। घटना 1964-65 की। KC ब्रदर्स की हवेली पर मस्जिद वालों की नजर। मामला कोर्ट में... आगे की कहानी किताब से लेकर प्रकाशित।
कोणार्क और मोढेरा की तरह मार्तण्ड सूर्य मंदिर भी भारत का गौरव हुआ करता था सिकंदर शाह मीरी ने इसकी जड़ों को खोद कर लड़कियाँ भरी, फिर आग लगा दिया।…