‘2 मई को नहीं हो चुनावी कवरेज’: रवीश कुमार ने दिया था ज्ञान, NDTV ठेंगा दिखा सुबह से चला रही दुकान
रवीश कुमार ने अपनी राय बताते हुए स्पष्ट लिखा था कि किसी चैनल को चुनावी नतीजे के दिन कवर नहीं करना चाहिए और किसी नेता का इंटरव्यू नहीं चलाना चाहिए।
रवीश कुमार ने अपनी राय बताते हुए स्पष्ट लिखा था कि किसी चैनल को चुनावी नतीजे के दिन कवर नहीं करना चाहिए और किसी नेता का इंटरव्यू नहीं चलाना चाहिए।
प्रतीक सिन्हा ने कहा कि अंग्रेजी की मेरी जितनी समझ है उसके आधार पर शरजील उस्मानी, रोहित सरदाना की मृत्यु का जश्न नहीं मना रहा था बल्कि उनके कार्य की…
अखबार में केवल एक न्यूज के तौर पर प्रोपगेंडा विज्ञापन चलाया जा रहा था। लेकिन जैसे ही इसका मालूम लोगों को चला अखबार के डिजिटल साइट से इसे हटा लिया…
ET ने दावा किया कि सरकार दूसरी वेव को मानने से इंकार कर रही थी इसलिए वह इस स्थिति के लिए उत्तरदायी है। अपने इस दावे को सही साबित करने…
“मेरे पिता ने मुझसे अंतिम शब्द कहा था कि उन्हें घुटन हो रही है। कृपया इलाज कराओ। मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन...”
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच एडिटर गिल्ड का ये बयान मीडिया के रवैये से थोड़ा विरोधाभासी है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस महामारी में कई पत्रकार अपनी मर्जी से…
विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारतीय राजनयिकों से कहा है कि वे कोविड-19 के मुश्किल दौर के दौरान अंतरराष्ट्रीय मीडिया की नकारात्मक खबरों...
बेबाकी से अपनी बात रखने वाले रोहित सरदाना के लिए मीडिया गिरोह और कट्टरपंथियों की यह घृणा नई नहीं है।
12:27 बजे सुधीर चौधरी ने इस दुःखद सूचना को शेयर किया। इसके 2 घंटे 16 मिनट बाद 2:43 में 'आज तक' ने अपने पत्रकार के निधन की खबर प्रकाशित की।
रोहित सरदाना के निधन के बाद सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने अनाप-शनाप बकना शुरू कर दिया है। ये लोग रोहित सरदाना के निधन पर जश्न मना रहे हैं।