नई वाली राजनीति के नाम पर नए-नए काण्ड रचकर चर्चा में बने रहने वाले JNU के विद्यार्थी कन्हैया कुमार पहले व्यक्ति नहीं हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी अध्यक्ष और दिल्ली के CM अरविन्द केजरीवाल जी भी नई वाली राजनीति के नाम पर जनता को अच्छे चुटकुले सुना चुके हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार बिहार का बेगूसराय खासा चर्चाओं में है। लोगों के मेहनत की कमाई से कटने वाले टैक्स के रुपयों द्वारा मिलने वाली सब्सिडी पर JNU में देशविरोधी नारे लगाने वाले कन्हैया कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की बेगूसराय सीट से लोकसभा चुनाव के उम्मीवार हैं। इस सीट से भाजपा नेता गिरिराज सिंह और महागठबंधन के तनवीर हसन भी चुनावी मैदान में हैं।
जबकि आम चुनाव की तारीख एकदम करीब है, ऐसे में मीडिया के विभिन्न स्रोतों में कन्हैया कुमार को लेकर विशेष प्रचार-प्रसार के हथकंडे देखने को मिल रहे हैं। माँ की कसम खाकर वोट माँगने वाले JNU नेता कॉमरेड कन्हैया कुमार और उनके समर्थक सोशल मीडिया और व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी पर भी लोकप्रियता बटोरने के लिए अजीबोगरीब हथकंडे इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं, शायद इसी तरह के ‘क्रिएटिव चुनाव प्रचार’ के तरीकों के कारण ही उन पर कुछ दिन पहले बेगूसराय की जनता ने हाथ छोड़कर चुनाव के शुरूआती रुझान की झलक दे डाली थी।
कन्हैया कुमार और उनके समर्थकों ने अपने प्रचार के लिए एक नया क्रिएटिव तरीका ईजाद किया है। सोशल मीडिया पर कन्हैया कुमार के लिए कुछ तस्वीरें बड़े स्तर पर शेयर की जा रही हैं। इन तस्वीरों में ये सन्देश देते हुए शेयर किया जा रहा है कि कॉन्ग्रेस MLA अदिति सिंह बेगूसराय में लोगों से CPI नेता कन्हैया कुमार को वोट देने की अपील कर रही हैं।
वास्तव में कॉन्ग्रेस विधायक अदिति सिंह कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की मम्मी सोनिया गाँधी जी के लिए रायबरेली में चुनाव प्रचार कर रही हैं। लेकिन कन्हैया कुमार के समर्थक सोशल मीडिया और व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी पर बड़े स्तर पर यह फेक न्यूज़ फैला रहे हैं कि अदिति CPI नेता कन्हैया कुमार के पक्ष में बेगूसराय की चिलचिलाती धूप में पसीने बहा रही हैं। ख़ास बात यह है कि क्रान्ति ही जीने, क्रान्ति ही खाने-ओढ़ने और पहनने वाले कॉमरेड कन्हैया की चुनावी तैयारी की इन फ़र्ज़ी तस्वीरों को सबसे ज्यादा कॉमरेड चंद्रशेखर के नाम पर बने पुस्तकालय के पेज द्वारा चलाई जा रही है।
https://twitter.com/AditiSinghINC/status/1114886763095322624?ref_src=twsrc%5Etfwइसी तरह की खबरें मीडिया गिरोहों द्वारा आजकल कन्हैया कुमार के पक्ष में हवा बनाने के लिए पढ़ने को मिली हैं, जिनमें बताया जा रहा था कि 10 दिन में कन्हैया कुमार ने 10 लाख रुपए जुटा लिए हैं। व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी से आने वाली सूचनाओं के आँकड़ों की प्रमाणिकता हमेशा संदेह का विषय रहती हैं।
समर्थकों का उन्माद अपने नेताओं के प्रति अक्सर देखने को मिलता है, लेकिन कन्हैया कुमार को लेकर कुछ मीडिया गिरोह जज्बाती होकर यह तक भूल गए हैं कि कॉन्ग्रेस MLA CPI नेता के लिए वोट माँगने की अपील करने रायबरेली से बेगूसराय आखिर क्यों जाएगी? जागरूक बनिए और अपने विवेक का परिचय देते हुए ही इस तरह की वायरल तस्वीरों के जाल में यकीन करने से बचिए।