जय श्री राम बोलने के लिए मजहब विशेष को मजबूर करने की कई झूठी खबरें सामने आ चुकी हैं। अब इसी कड़ी में कुछ मीडिया संस्थानों ने क्रॉप्ड वीडियो के जरिए यह साबित करने की कोशिश की है कि झारखंड की भाजपा सरकार में मंत्री सीपी सिंह ने कॉन्ग्रेस विधायक इरफान अंसारी को जय श्री राम बोलने के लिए मजबूर किया। इन मीडिया संस्थानों में कथित राष्ट्रवादी न्यूज़ चैनल टाइम्स नाउ भी शामिल है।
झारखंड विधानसभा के बाहर हुई घटना का जिक्र करते हुए टाइम्स नाउ ने आरोप लगाया है कि सिंह ने अंसारी को जय श्री राम बोलने के लिए मजबूर किया। इसी तरह का दवा कुछ अन्य मीडिया हाउस ने भी किए हैं। सबने अपने दावों के समर्थन में एक जैसे वीडियो क्लिप चलाए हैं।
https://twitter.com/CNNnews18/status/1154673552349491200?ref_src=twsrc%5Etfwमीडिया संस्थानों की तरफ से प्रसारित वीडियो क्लिप को देखकर यह इनकार नहीं किया जा सकता कि सिंह ने अंसारी से जय श्री राम कहने के लिए कहा। लेकिन, यह आधा सच है। भाजपा नेता को विलेन की तरह से पेश करने के लिए मीडिया संस्थानों ने जान-बूझकर पूरे वीडियो का एक ही हिस्सा दिखाया। वीडियो के शुरुआती हिस्से को देखने से पता चलता है कि सीपी सिंह जय श्री राम पर कॉन्ग्रेस विधायक के कॉमेंट का जवाब दे रहे थे।
पूरे वीडियो को देखने से पता चलता है कि अंसारी के साथ जय श्री राम बोलने को लेकर कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई। उन्होंने खुद ही कहा कि राम सिर्फ भाजपा के नहीं, बल्कि सभी के हैं। इसके बाद, इंटरव्यू रिकॉर्ड करने वाले चैनल के क्रू ने बगल में इंटरव्यू दे रहे सीपी सिंह से अंसारी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया माँगी। जवाब में सिंह ने कहा कि बेशक, इरफान भाई को जय श्री राम बोलना चाहिए, क्योंकि उनके पूर्वज भी राम ही थे, बाबर या तैमूर नहीं। वो अंसारी को याद दिलाते हैं कि उनकी पिछली पीढ़ी हिंदू थी न कि आक्रमणकारी मुगल।
इस वीडियो से यह स्पष्ट होता है कि सीपी सिंह ने अंसारी को जय श्री राम बोलने के लिए इसलिए कहा क्योंकि अंसारी दावा कर रहे थे कि राम सिर्फ भाजपा के नहीं बल्कि सभी के हैं। लेकिन, मीडिया हाउसों ने इरफान अंसारी की टिप्पणी को हटाते हुए एडिटेड वीडियो प्रसारित किया।
इस वीडियो में ध्यान देने वाली बात ये है कि इरफान अंसारी ने भी सीपी सिंह के द्वारा जय श्री राम बोलने को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई। वीडियो में वे हँसते हुए अपने हाथ में बंधा कलावा दिखाते हैं। साथ ही वे कहते हैं, राम सभी के हैं और अयोध्या में ‘राम की स्थिति’ को लेकर भाजपा नेता पर ताना भी मारते हैं।