‘हिन्दुओं ने मुस्लिम को पीटा, महिला का गर्भपात हो गया’: क्विंट-राना अय्यूब गिरोह का दावा निकला झूठा, सच्चाई – इमरान ने चप्पल से मारा, ‘हनुमान माला’ का अपमान किया

प्रोपेगैंडा मीडिया पोर्टल्स और राना अय्यूब ने हिंदुओं को बदनाम करने के लिए रचा 'इस्लामोफोबिया का स्वांग (फोटो साभार: वायरल वीडियो/ट्विटर से स्क्रीनशॉट)

वित्तीय धोखाधड़ी की आरोपित और कथित पत्रकार राना अय्यूब ने मंगलवार (30 मई, 2023) को ‘द न्यूज मिनट’ का एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में दावा किया जा रहा था कि हिंदुओं ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए एक मुस्लिम परिवार के साथ मारपीट की।

‘द न्यूज मिनट’ और ‘द क्विंट’ समेत कई प्रोपेगैंडा पोर्टल्स ने अपनी रिपोर्ट में हिंदू संगठनों तथा तेलंगाना के बीजेपी पार्षद पर एक मुस्लिम व्यक्ति को पीटने का आरोप लगाया था। इनमें से कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया था कि मारपीट के दौरान जब मुस्लिम व्यक्ति की माँ और गर्भवती बहन ने बीच बचाव की कोशिश की तो हिंदुओं ने उन पर भी हमला कर दिया।

साभार:YouTube

‘हिंदुत्ववॉच’ जैसे प्रोपेगैंडा हैंडल ने इस घटना का वायरल वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “स्थान: नरसापुर, तेलंगाना। ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए हिंदू धुर दक्षिणपंथी भीड़ ने एक मुस्लिम होटल मालिक को बेरहमी से पीटा। मुस्लिम ने गैस सिलेंडर की डिलीवरी को लेकर एक व्यक्ति से बहस की थी। हमले के दौरान, जब उसकी गर्भवती बहन ने बचाव करने की कोशिश की, तो उस पर भी हमला किया गया। इस कारण उसका गर्भपात हो गया।”

इस घटना पर कई सोशल मीडिया हैंडल पर इस्लामोफोबिया का रोना भी देखने को मिला।

साभार:ट्विटर

यहाँ यह देखना बेहद दिलचस्प है कि इस्लामोफोबिया का ढोंग दिखाने के लिए ‘द न्यू मिनट’ ने वीडियो को यह लिखते हुए शेयर किया था कि ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने वाली भीड़ ने मुस्लिमों के साथ मारपीट की। लेकिन, यह बताने की जहमत नहीं उठाई कि इस पूरे मामले की शुरुआत कैसे हुई। ‘द न्यूज मिनट’ समेत तमाम प्रोपेगेंडाधीशों द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो के जरिए यह बताने की कोशिश की गई थी कि हिंदुओं ने ही हिंसा की शुरुआत की और मुस्लिम पीड़ित है। हालाँकि, सच्चाई इससे उलट है।

इमरान ने हिंदू डिलीवरी बॉय को मारी थी चप्पल

जिस वायरल वीडियो को शेयर कर इस्लामवादी इस्लामोफोबिया का रोना रो रहे हैं, वह वीडियो 7 मई, 2023 को हुई घटना का है। लेकिन, 25 मई के बाद से इसे तेजी से वायरल करने की कोशिश की जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 7 मई को गुर्राला लिंगम ‘स्वामी’ नामक एक एलपीजी डिलीवरी मैन कल्याणी बिरयानी पॉइंट के मालिक इमरान के घर LPG गैस सिलेंडर की डिलीवरी करने गया था। लिंगम को सिलेंडर डिलीवरी करने में थोड़ी देर हो जाने के कारण इमरान भड़क गया। इसके बाद जब लिंगम ने खाली सिलेंडर माँगा, तो इमरान की माँ ने कहा कि सिलेंडर में अभी थोड़ी गैस बची हुई है इसलिए वह दो दिन बाद खाली सिलेंडर देगी।

इस पर लिंगम ने उन्हें बताया कि नियम के अनुसार खाली सिलेंडर उसे अभी ही ले जाना होगा। लिंगम की बात सुनने के बाद इमरान भड़क गया और दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। बहस के बीच ही इमरान ने लिंगम को चप्पल मार दी। लिंगम का कहना है कि जब इमरान ने जिस वक्त उन्हें चप्पल मारी वह हनुमान माला (दीक्षा वस्त्र) पहने हुए थे। यही नहीं, इमरान ने उन्हें गाली दी और हनुमान माला के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी भी की।

इस घटना से दुःखी होकर लिंगम ने अपने साथियों और हनुमान माला भक्तों को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद आरएसएस, हिंदू वाहिनी समेत कई हिंदू संगठन इमरान के घर के बाहर इकट्ठा हो गए। इस दौरान बीजेपी पार्षद राजेंद्र यादव भी मौके पर मौजूद थे।

शुरुआत में बहस होने के बाद इमरान और हिंदू भक्तों के बीच हाथापाई हो गई। इसी दौरान इमरान की पिटाई भी की गई। दोनों पक्षों की ओर से नरसापुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई। लिंगम ने अपनी शिकायत में कहा था, “हनुमान माला पहन रखी थी, इसके बाद भी इमरान ने मुझे चप्पल मारी। उसने मुझ पर लोहे की रॉड से हमला करने की भी कोशिश की।” वहीं, दूसरी ओर इमरान ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि जब उसने दो दिन बाद सिलेंडर देने के लिए कहा तो लिंगम ने उस पर हमला किया।

लिंगम की शिकायत के आधार पर, नरसापुर पुलिस ने इमरान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 504 (जानबूझकर अपमान), 324 (जानबूझकर किसी को चोट पहुँचाना) और 295-A (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) के तहत FIR दर्ज की। यही नहीं, पुलिस ने इमरान को गिरफ्तार भी कर लिया था। हालाँकि, वह 3 दिन बाद जमानत पर छूट गया।

प्रोपेगैंडा पोर्टल्स और सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा था मारपीट के चलते इमरान की बहन का गर्भपात हो गया। नरसापुर पुलिस ने ऐसे किसी भी दावे का खंडन किया। खबर के अनुसार, इमरान की बहन आयशा अंजुम ने इस घटना के 13 दिन बाद एक बच्चे को जन्म दिया था। साँस लेने में तकलीफ के कारण तीन दिन बाद बच्चे की मौत हो गई। इस संबंध में इमरान के परिवार की ओर से भी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी।

क्या है हनुमान माला?

तीर्थयात्रा से पहले, हिंदू हनुमान माला पहनते हैं। इस अवधि के दौरान, उन्हें भगवा वस्त्र पहनने होते हैं और किसी भी ‘गलत’ गतिविधियों में लिप्त होने से बचना होता है। हनुमान माला धारण करने वाले लोगों को “स्वामी” कहा जाता है।

Anurag: B.Sc. Multimedia, a journalist by profession.