IGI एयरपोर्ट की जो छत गिरी वह मनमोहन सिंह की UPA सरकार में बनी, लेकिन कॉन्ग्रेस ने PM मोदी से उद्घाटन करवाया: रमेश की लाश पर विपक्ष बना गिद्ध, जानिए सच

प्रियंका गाँधी ने एयरपोर्ट हादसे को पीएम मोदी से जोड़ा (फोटो साभार : X_INC)

शुक्रवार (28 जून) को दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर छत गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। ऐसे में विपक्षी दलों को केंद्र सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया। खासकर कॉन्ग्रेस के नेताओं ने आईजीआई एयरपोर्ट टर्मिनल-1 पर हुए हादसे में पीएम मोदी का नाम घसीटा। इस हादसे में जिस व्यक्ति की मौत हुई, उनका नाम रमेश (45) बताया जा रहा है। वो रोहिणी में रहते थे और कैब चलाते थे।

कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया कि इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, जिसकी छत आज गिर गई। खड़गे ने लिखा, “10 मार्च को जब मोदी जी ने दिल्ली एयरपोर्ट टी1 का उद्घाटन किया, तो उन्होंने खुद को “दूसरी मिट्टी का इंसान” कहा था। यह सब झूठी शेखी बघारना और बयानबाजी केवल चुनाव से पहले रिबन काटने के समारोहों में शामिल होने के लिए थी! दिल्ली एयरपोर्ट त्रासदी के पीड़ितों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना। उन्होंने एक भ्रष्ट, अयोग्य और स्वार्थी सरकार का खामियाजा भुगता है।”

कॉन्ग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए लिखा, “दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री ने मार्च में किया था, आज छत गिर गई, जिसके परिणामस्वरूप एक कैब ड्राइवर की दुखद मौत हो गई… यह भाजपा का “दान लो और व्यापार दो” का भ्रष्ट मॉडल है, जो अब उजागर हो गया है। सवाल यह है कि क्या मुख्य उद्घाटन मंत्री इस घटिया निर्माण कार्य और इस भ्रष्ट मॉडल की जिम्मेदारी लेंगे?”

इस बीच, तृणमूल कॉन्ग्रेस की प्रवक्ता रिजु दत्ता ने इस घटना का इस्तेमाल पीएम मोदी पर हमला करने के लिए किया और दावा किया कि पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के लिए जल्दबाजी में दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि छत गिरने से तीन लोगों की मौत के लिए पीएम मोदी “सीधे तौर पर जिम्मेदार” हैं।

दत्ता ने एक्स पर लिखा, “दिल्ली टर्मिनल 1 एयरपोर्ट के प्रस्थान क्षेत्र में छत ढह गई। पिलर गिरने से कैब ड्राइवर समेत 3 लोगों की मौत, कम से कम 6 घायल। त्रासदी और राष्ट्रीय शर्म। उड़ानें निलंबित। चुनाव प्रचार के लिए, पीएम मोदी ने मार्च में टी1 का जल्दबाजी में “उद्घाटन” किया था, जबकि यह निर्माणाधीन था। जबलपुर एयरपोर्ट से अयोध्या स्टेशन और अब नई दिल्ली एयरपोर्ट तक, राजनीतिक लाभ के लिए परियोजनाओं के पूरा होने से पहले उद्घाटन करने की “फोटोजीवी” पीएम की हताशा ऐसे हादसों की मुख्य वजह है। वह 3 लोगों की मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं, जिन्होंने अपनी जान इसलिए गवाँ दी, क्योंकि पीएम मोदी चुनाव प्रचार के लिए बेताब थे।”

तमिलनाडु कॉन्ग्रेस महासचिव लक्ष्मी रामचंद्रन ने दावा किया कि दिल्ली एयरपोर्ट कोई पुराना एयरपोर्ट नहीं है, बल्कि इसका “अभी-अभी उद्घाटन हुआ है”। उन्होंने लिखा, “हे भगवान…एयरपोर्ट की छत गिर गई? यह कोई पुराना एयरपोर्ट भी नहीं है, अभी-अभी उद्घाटन हुआ है! हम कब जागेंगे? एकाधिकार का यही नतीजा होता है…3 लोगों की जान चली गई।”

क्या दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का उद्घाटन तीन महीने पहले पीएम मोदी ने किया था?

विपक्षी दलों द्वारा शुरू किए गए राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नैदर ने कहा कि जो इमारत ढही है, वह पुरानी है और इसका उद्घाटन 2009 में हुआ था। मंत्री ने कहा, “हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं…मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन की गई इमारत दूसरी तरफ है और जो इमारत यहाँ गिरी है वह एक पुरानी इमारत है और 2009 में खोली गई थी…”

कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा फैलाए गए फेक न्यूज पर इंटरनेट यूजर्स ने करारा प्रहार किया। मोहित बाबू ने उस समय की मीडिया रिपोर्ट्स को सामने रखा।

वहीं, कंचन गुप्ता नाम के यूजर ने कॉन्ग्रेसी दावों का भंडाफोड़ किया और बताया कि इसका निर्माण 2008-9 में हुआ था। तरुण नाम के यूजर ने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस नेताओं ने जीएमआर ग्रुप को फायदा पहुँचाया, जिसने इसका निर्माण किया था। उसका रॉबर्ड वाड्रा से भी संबंध बताया।

हालाँकि सच यह है कि फरवरी 2009 में तत्कालीन दिल्ली की मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता शीला दीक्षित ने इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उक्त टर्मिनल का उद्घाटन किया था, उस समय प्रफुल्ल पटेल नागरिक उड्डयन मंत्री थे। पीएम मोदी ने जिस बिल्डिंग का उद्घाटन किया है, वो दूसरी ओर है। उसका हादसे वाली जगह से कोई लेना-देना नहीं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया