वुहान में मच्छरों पर प्रयोग, दिया जाता था वियाग्रा… गलती से निकल भागे हजारों: Fact Check

वुहान से निकले वियाग्रा की वैक्सीन ले चुके मच्छर?

कोविड महामारी के बीच फेक न्यूज फैलाने वालों का कारोबार चरम पर है। हाल में एक खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया कि वुहान की एक हाई-सिक्योरिटी लैब से ऐसे हजारों मच्छर भाग गए हैं, जिन्हें वियाग्रा का इंजेक्शन लगाया गया था।

अब खबर कितनी सच्ची है, इसका पता इसी बात से चल जाता है कि दावे को साबित करने के लिए एक ऐसी वेबसाइट का लिंक शेयर किया जा रहा है, जो अपने व्यंग्य लेखों के लिए जानी जाती है। जिसके डिस्क्लेमर में साफ लिखा है कि साइट पर व्यंग्य पब्लिश होते हैं। 

शेयर किए जा रहे आर्टिकल का शीर्षक था-  “वुहान: उच्च सुरक्षा प्रयोगशाला से वियाग्रा वाली वैक्सीन लगे हजारों मच्छर भाग निकले।” ये आर्टिकल साइट पर 2 जून को प्रकाशित हुआ था। 

व्यंग्य साइट ने अपने इस लेख में लिखा था कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कल सुरक्षा उल्लंघन की घोषणा करते हुए दावा किया कि आनुवांशिक रूप से संशोधित मच्छर आबादी के लिए हानिरहित थे।

https://twitter.com/wuodRuth01/status/1405439513653137409?ref_src=twsrc%5Etfw

अब सोशल मीडिया पर कई यूजर इस खबर को अलग-अलग तरह से शेयर करने लगे। जबकि असल में ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है। दरअसल पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के पीछे वुहान का नाम आने के बाद अब लोग वुहान से नाम पर फैली हर खबर को हकीकत मान ले रहे हैं। लोगों का पूछना है कि आखिर दुनिया की हर मुसीबत चीन के वुहान शहर से ही क्यों शुरू होती है। कुछ कह रहे हैं कि ये चीन जो न करे, वो सब थोड़ा है।

https://twitter.com/SangeetSagar13/status/1405522303962599437?ref_src=twsrc%5Etfw

उल्लेखनीय है कि World News Daily Report के पेज के नीचे एक डिस्क्लेमर दिया गया है, जो साबित करता है कि खबर झूठी है। इसमें लिखा है, “इस वेबसाइट में लिखे सभी लेख काल्पनिक व्यंग्य हैं। यहाँ तक कि लेखों में जिन नामों का जिक्र है, वे भी पूरी तरह से काल्पनिक लोगों के हैं। अगर किसी जीवित या मृत व्यक्ति से इनकी समानता होती है, तो इसे मात्र एक करिश्मा कहा जाएगा।”

साइट के डिस्क्लेमर में लिखी गई बात, फिर भी लोग सच मान लेते हैं
ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया