मेजर गोगोई के बहाने राष्ट्रवाद और दक्षिणपंथियों को गरियाने वाले… पढ़ लो असली ख़बर

मेजर गोगोई (फाइल फोटो)

2017 में ‘मानव-कवच’ (human-shield) विवाद का केंद्र-बिंदु रहे मेजर लीतुल गोगोई के विरुद्ध चल रही कोर्ट मार्शल की कार्रवाई पूरी हो गई है और उन्हें स्थानीय युवती के साथ ‘घुलने-मिलने’ के आरोप में वरिष्ठता घटने का दण्ड मिलने की सम्भावना है। इसी मामले में उनके ड्राईवर समीर मल्ला के खिलाफ कश्मीर में चल रहा कोर्ट मार्शल भी हाल ही में पूरा हुआ है। मल्ला को अनधिकृत रूप से ड्यूटी छोड़ कर जाने के आरोप में आधिकारिक रूप से कड़ी फटकार लगाए जाने की सम्भावना है। अनधिकृत रूप से ड्यूटी छोड़ कर जाने का आरोप मेजर गोगोई के विरुद्ध भी लगा है।

मेजर गोगोई को पिछले साल कश्मीर पुलिस ने हिरासत में तब ले लिया था जब वह एक 18 वर्षीया स्थानीय युवती के साथ एक होटल में जाने की कोशिश कर रहे थे और उनका होटल स्टाफ के साथ विवाद हो गया था। हालाँकि उस युवती ने बार-बार यह साफ किया है कि वह मेजर गोगोई के साथ अपनी इच्छा से थी पर मामला उसके उपरांत भी गंभीर ही था। मालूम हो कि सेना की अपने अधिकारियों को साफ हिदायत है कि अपनी तैनाती के दौरान वे स्थानीय लोगों के साथ घनिष्ठता नहीं कर सकते, और मेजर गोगोई का आचरण आदेशों के पूरी तरह विपरीत था।

ताली बजाने वालों के चेहरे पर अंडा

मेजर गोगोई के खिलाफ यह मामला जब प्रकाश में आया था तो टुकड़े-टुकड़े गिरोह के समर्थकों ने यह हवा बनानी शुरू कर दी थी कि मेजर गोगोई को कोई सजा नहीं मिलेगी क्योंकि उन्हें ‘राईट-विन्गर्स’ का समर्थन है। वामपंथी गुर्गों की मेजर गोगोई से असली अदावत तो यह थी कि एक तो वह सेना के थे, ऊपर से ‘समुदाय विशेष’ के भी ‘लल्ला विशेष’ कश्मीरी पत्थरबाजों को अपनी यूनिट की जान सुपुर्द करने की बजाय उन्हीं के एक ‘बिरादर’ को अपनी ढाल बनाने की ‘हिमाकत’ की, और उसके बाद ‘दुष्ट’ आत्मसम्मानी हिन्दुओं के हीरो बन गए।

इसीलिए अपने लोगों के लिए हर कानून छिन्न-भिन्न करने वालों के मन का चोर इसी दुश्चिंता में पड़ गया कि सामने वाले (दक्षिणपंथी) भी हो-न-हो ऐसा ही करेंगे।

और यह तब था जब उसी समय थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने यह साफ कह दिया था कि मेजर गोगोई यदि जाँच में किसी भी तरह दोषी निकले तो उनको ऐसी सजा मिलेगी जो नज़ीर बनेगी- और आज यही हो रहा है। वरिष्ठता घटाए जाने का मेजर गोगोई के करियर पर क्या प्रतिकूल प्रभाव होगा, यह ठीक-ठीक मापा नहीं जा सकता। पर चूँकि उन्होंने गलती की है, तो वह दण्ड के पात्र हैं।

अब जबकि मेजर गोगोई सजा पाने की दहलीज पर हैं तो हवाई भविष्यवाणी करने के बहाने पूरे दक्षिणपंथी समुदाय और सशस्त्र बलों को निशाना बनाने वालों से भी जवाब लिया जाना लाजमी है।