ऋषि मांडव की भूमि को ऐसे बताया जैसे वहाँ ‘देह का धंधा’ होता हो: कंगना रनौत ने बताया हिमाचल के लोगों का दुख, कॉन्ग्रेसियों ने ‘मंडी में रं$-भाव क्या है’ जैसे किए थे पोस्ट्स

सुप्रिया श्रीनेत (बाएँ) ने कंगना रनौत (दाएँ) को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी ( चित्र साभार: HT & The Hindu)

अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत ने उन पर किए गए अभद्र टिप्पणियों का करारा जवाब दिया है। मंडी शब्द को लेकर उनके खिलाफ की गई बेहूदी टिप्पणियों पर उन्होंने कहा है कि कॉन्ग्रेस के लोगों के दिमाग में एक ही मंडी चलती रही है। कंगना रनौत ने मंडी नाम के पीछे कारण भी बताया है।

समाचार चैनल टाइम्स नाउ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कंगना ने यह बातें कही। कंगना ने हाल ही में उनके ऊपर मंडी शब्द को लेकर की गई टिप्पणियों पर कहा, “मंडी का नाम यहाँ रहने वाले ऋषि मांडव के नाम पर पड़ा है। मनाली का नाम मनुस्मृति लिखने मनु के नाम पर है, व्यास नदी ऋषि वेदव्यास के नाम पर है। यह वो मंडी नहीं है जो कॉन्ग्रेस के लोगों के दिमाग में चलती रहती है। यह मांडव ऋषि वाली मंडी है।” उनकी यह बातचीत आप नीचे लगे वीडियो में 3 मिनट के बाद सुन सकते हैं।

उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस के लोगों के बयानों से हिमाचल वासी काफी दुखी हुए हैं, वह सीधे-साधे लोग हैं। उन्होंने कहा कि उनके विषय में हमेशा से अभद्र बातें होती आई हैं लेकिन मंडी के विषय में ऐसी बात की गई जैसे वहाँ जिस्म का धंधा होता हो। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस पार्टी बिकनी पहनने वाली महिलाओं का अपमान और बुरका को प्रमोट करती है।

गौरलतब है कि रविवार (24 मार्च, 2024) को भाजपा द्वारा जारी की गई सूची में अभिनेत्री कंगना रनौत का नाम हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा से घोषित किया गया था। कंगना मंडी की ही निवासी हैं। हालाँकि, उनको टिकट मिलने के कुछ घंटों के बाद ही उनको गालियाँ देने और ट्रोल करने का अभियान चालू हो गया।

कॉन्ग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इन्स्टाग्राम अकाउंट पर कंगना की एक फोटो डालते हुए लिखा, “क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?”

सुप्रिया की इस टिप्पणी पर कंगना रनौत ने कहा था कि हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए, भले ही वह किसी भी क्षेत्र से जुड़ी हुई। कंगना के समर्थन में भी बड़ा अभियान चला था और सुप्रिया श्रीनेत की इस मामले में राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई थी। विरोध के बाद यह पोस्ट हटा दिया गया था और सुप्रिया श्रीनेत ने इस मामले में सफाई पेश की थी। उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट लिख कर अकाउंट का एक्सेस किसी और के हाथ में होने और साथ ही एक पैरोडी अकाउंट पर दोष मढ़ने का प्रयास किया था।

उन्होंने लिखा था, “मेरे मेटा अकाउंट (फेसबुक और इंस्टा) का एक्सेस रखने वाले किसी व्यक्ति ने एक काफी घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट की, जिसे हटा दिया गया है। जो भी मुझे जानता है उसे पता होगा कि मैं किसी महिला के लिए ऐसा कभी नहीं कहूँगी। हालाँकि, मुझे अभी पता चला है कि मेरे नाम से एक पैरोडी अकाउंट ट्विटर पर चलाया जा रहा है, इससे ही पूरी शरारत शुरू हुई और इसकी रिपोर्ट की जा रही है।”

कॉन्ग्रेस के एक नेता HS अहीर ने भी कंगना को लेकर काफी अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने कंगना को लेकर महिलाओं को वेश्या बताने वाली गाली का उपयोग किया था। अहीर ने भी लानत मलानत के बाद यही सफाई दी थी कि उनके अकाउंट से किसी और ने यह ट्वीट किया।

गौरतलब है कि जहाँ कंगना रनौत को भाजपा ने मंडी जैसी हाई प्रोफाइल सीट से टिकट दिया है, वहीं सुप्रिया श्रीनेत का टिकट कट गया है। सुप्रिया श्रीनेत को कॉन्ग्रेस ने 2019 चुनावों में उत्तर प्रदेश की महाराजगंज सीट से उम्मीदवार बनाया था। हालाँकि, इस बार कॉन्ग्रेस ने यहाँ से वीरेन्द्र चौधरी को उतारा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया