‘टोटी चोर’ के बाद मार्केट में AC ‘चोर’, कन्हैया ‘क्रांति’ कुमार का कॉन्ग्रेसी अवतार

AC ले जाते कन्हैया कुमार (फोटो हालाँकि एडिट करके किसी ने गूगल पर डाल दी है)

उत्तर प्रदेश इस समय चुनावी मौसम में रंगा है। 2022 में विधानसभा चुनाव होना है। इससे पहले राज्य में 2017 में विधायकी का चुनाव हुआ था। बबुआ कहे जाने वाले साहब मुख्यमंत्री होते थे। चुनाव हार गए। कहते हैं कि मुख्यमंत्री का आधिकारिक हाउस खाली करने से पहले वे टोटी भी उखाड़ ले गए।

Quora पर तो लोग बकायदा सवाल-जवाब भी खेल लेते हैं: श्रीमान अखिलेश यादव को टोटी चोर क्यों कहा जाता है?

साभार: hi.quora.com

अब इसी तरह की एक फिल्म बिहार में रिलीज हुई है, जहाँ अभी पंचायत चुनाव चल रहे हैं। खबर है कि कॉमरेड क्रांति कुमार एयर कंडीशनर (AC) ‘उखाड़कर’ ले गए हैं। वो भी कॉमरेडों के उस दफ्तर से जहाँ वे रहते थे। अब आप इसे किसी ‘भक्त’ की खबर मान खारिज कर दें या रवीश कुमार इसे ‘व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी’ से निकला ज्ञान बता दें, उससे पहले ही बता देता हूँ कि ये खुलासा एक कॉमरेड ने ही किया है।

इस कॉमरेड का नाम है रामनरेश पांडेय। ये वाले पांडेय जी का उस वाले पांडेय जी से कोई रिलेशन नहीं है, जिन्हें भक्त रवीश कुमार का भाई बता बलात्कार वाली बात करने लगते हैं। वे पांडेय जी कॉन्ग्रेसी हैं और ये वाले पांडेय जी सीपीआई के बिहार प्रदेश सचिव। इसी सीपीआई के नेता अपने क्रांति कुमार भी हैं, जिनके पिछले कुछ दिनों से हाथ थामने के चर्चें जोरों पर हैं।

रामनेरश पांडेय ने एक मीडिया संस्थान को बताया कि कन्हैया कुमार ने प्रदेश कार्यालय के अपने कमरे में लगा AC ले जाने की इजाजत माँगी थी। पार्टी ने यह कहते हुए कि ‘यह आपकी संपत्ति है, आप इसे ले जा सकते हैं’ इजाजत भी दे दी। पांडेय जी के इस बयान ने अच्छे दिन आने की मुहर भी लगा दी है। इससे अच्छे दिन क्या हो सकते हैं कि एक ‘आंगनबाड़ी सेविका’ का बेटा वातानुकूलित सुख ले!

एक अजीब संयोग यह भी है कि मुख्यमंत्री पद से विदाई के बाद नेताजी ने जब टोटी उखाड़ी थी, उससे पहले उन्होंने कॉन्ग्रेस कुमार के साथ ही हाथ मिलाया था। खूब नारे भी लगे थे- यूपी को ये साथ पसंद है। अब क्रांति कुमार जब दफ्तर से एसी उखाड़कर ले जा रहे हैं तो उनके भी कॉन्ग्रेस कुमार के साथ ही हाथ मिलाने के चर्चे हैं। वैसे भी जब हाथ साथ वाली बात हो तो हाथ की सफाई बनती भी है!

वैसे हमे कॉमरेडों के दावों पर रत्ती भर भी यकीन नहीं। इन्हीं कॉमरेडों के कैंप से शेहला रशीद के बैग में कंडोम मिलने की बात भी निकली थी। यह भी संयोग है कि तब शेहला भी बिहार में थी और अपने क्रांति कुमार ही चुनाव लड़ रहे थे।

एक फिल्म आई थी कटी पतंग। उसका एक गाना था- जिस गली में तेरा घर न हो बालमा, उस गली से हमे तो गुज़रना नहीं… अब जिस गली में राष्ट्रवाद की लौ न जले उस गली से अपने को क्या। टोटी उखड़े या एसी!

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया