राहुल बाबा के पास मत फटकना डर, कहीं गर्मी में भी न पहनने लगें स्वेटर

हो सकता है राहुल बाबा को मई-जून में ठंड लगे और तब वह स्वेटर पहन कर आ जाएँ (फाइल फोटो)

कॉन्ग्रेसियों के आराध्य राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) के अमोघ वस्त्र ‘टीशर्ट’ की महानताओं की चर्चा थमी भी नहीं थी कि उन्होंने ठंड को लेकर नया शिगूफा छोड़ दिया। पहले तो लोगों के यही लगने लगा था कि राहुल गाँधी की टीशर्ट में ज़रूर कोई जादुई गर्मी है, जिससे वह ठंड से बच रहे हैं। हालाँकि, अब उनका कहना है कि उन्हें ठंड इसलिए नहीं लग रही है क्योंकि उन्हें इससे डर नहीं लगता है। मानो वह कहना चाह रहे हों कि ‘ठंड से डर नहीं लगता है साहब पर … से लगता है। खाली जगह आप खुद भर लीजिए।

राहुल बाबा को शायद पता नहीं है कि 52 की उम्र में ठंड से खिलवाड़ कितना भारी पड़ सकता है। बाथरूम जाते-जाते थक जाएँगे, पर पेट ठीक नहीं होगा। फिर ठंड ऐसा डराएगा कि गर्मी में भी स्वेटर पहनेंगे। ऐसे में एक पत्रकार ने उनसे पूछ लिया कि आपको ठंड क्यों नहीं लगती है। उन्होंने तपाक से कहा कि उन्हें ठंड नहीं लगती है, क्योंकि वह ठंड से नहीं डरते हैं। साथ ही उन्होंने पत्रकार से ही उलटे प्रश्न पूछ दिया कि आप स्वेटर क्यों पहनते हो। मानो ठंड में स्वेटर पहनना कोई गुनाह हो गया। पत्रकार ने सहज जवाब दिया क्योंकि उन्हें ठंड लगती है। फिर, राहुल गाँधी ने कहा – नहीं। आपको ठंड इसलिए लगती है क्योंकि आप ठंड से डरते हो।

राहुल गाँधी ने इसके साथ ही देश पर ‘उपकार करते हुए’ कहा की उन्हें ठंड लगेगी तो वह स्वेटर पहन लेंगे। हो सकता है राहुल बाबा को मई-जून में ठंड लगे और तब वह स्वेटर पहन कर आ जाएँ। फिर कॉन्ग्रेसी उन्हें किसी भगवान का साक्षात अवतार बता कर आह्लादित हो उठेंगे और बताएँगे कि उनके आराध्य की यही तो खूबसूरती है। वह ठंड में टीशर्ट और गर्मियों में स्वेटर पहनते हैं। वैसे तो राहुल गाँधी हमेशा से रिसर्च का विषय रहे हैं, लेकिन ‘ठंड से डर नहीं लगता’ टाइप बयान देकर उन्होंने खुद को रिसर्च के लिए परफेक्ट साबित कर दिया है।

राहुल गाँधी की महिमा वैसे भी अपरंपार है, ठंड की तो छोड़िए जनाब, उन्हें तो नियम तोड़ने से भी डर नहीं नहीं लगता। कॉन्ग्रेसी अपने राहुल बाबा की सुरक्षा से इतने चिंतित हुए थे कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी तक लिख डाली थी। भला हो ‘केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)’ का, जिन्होंने बताया कि राहुल ने 2020 के बाद से 113 बार सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ा है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान भी कई मौकों पर तय सुरक्षा निर्देशों का उल्लंघन किया है। राहुल की निडरता का यह दिव्य स्वरूप कॉन्ग्रेसियों को भले भाता होगा, लेकिन देश के लिए डरे हुए राहुल गाँधी ही अच्छे हैं। कम से कम सुरक्षा नियमों का पालन तो करेंगे।

अंत में, राहुल गाँधी ने पत्रकार के ‘ठंड क्यों नहीं लगता है’ सवाल के जवाब पर कहा था – मुझे यह बात समझ नहीं आ रही कि टीशर्ट से आपको इतनी डिस्‍टरबेंस क्‍यों हो रही है? क्या आप चाहते हो कि मैं स्‍वेटर पहन लूँ।” राहुल बाबा आप क्या पहने यह आपकी समस्या है, कॉन्ग्रेसियों की समस्या है। हम तो बस इतना ही चाहते हैं कि आप स्वस्थ रहें, ताकि हमारा मनोरंजन चलता रहे।

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