भए प्रगट कृपाला दीनदयाला… रामलला का प्रथम दरश पाकर भाव-विभोर हुए रामभक्त, गर्भगृह में विराजमान हुए प्रभु

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (तस्वीर साभार: टाइम्स ऑफ इंडिया)

अयोध्या में राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा से पहले एक सुखद तस्वीर रामभक्तों के लिए सामने आई है। ये तस्वीर है रामलला की मूर्ति के प्रथम दर्शन की। बताया जा रहा है कि भगवान राम को गर्भगृह में विराजमान कर दिया गया है। इस पूरी प्रक्रिया में पूरे चार घंटे लगे।

पहले मूर्ति को अनाज, फल और सुगंधित जल में काफी देर रखा गया था। उसके बाद रीति-रिवाज के साथ इसे गर्भग्रह में विराजमान करवाया गया। जब प्रभु अपने स्थान पहुँच गए तब उनकी पहली झलक सामने आई है।

प्रभु की मूर्ति को वस्त्र से भी ढका गया है। प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन सबको देखने को मिलेगी। हालाँकि रामभक्त इस तस्वीर को देखकर भी बेहद भावुक हैं। हर कोई अपने तरह से इस मूर्ति को देख भावनाएँ व्यक्त कर रहा है।

लोग लिख रहे हैं

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी।

इसी के साथ मालूम हो कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद गिरी जी महाराज ने ये भी बताया है कि रामलला की पुरानी मूर्ति को भी 20 जनवरी को ही गर्भ ग्रह में स्थापित किया जाएगा क्योंकि वह भगवान की चल प्रतिमा है। इस तरह दोनों मूर्तियों से गर्भग्रह सुशोभित होगी।

बता दें कि रामलला की नई मूर्ति को बनाने वाले कर्नाटक अरुण योगीराज हैं। देश के लिए उन्होंने जो काम किया है उससे उनकी कला पर किसी को संदेह नहीं है। लेकिन, बस सब प्रभु को देखने के लिए लालायित हैं।

देश भर में दीवाली वाला माहौल है। 22 जनवरी को केंद्र ने इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में हर जगह हाफ डे की छुट्टी दे दी है। आदेश में कहा गया है कि दोपहर 2:30 बजे तक देश भर के सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। ये छुट्टी प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखकर दी गई है।

इसके अलावा यूपी में तो इस दिन हर जगह छुट्टी ऐलान है। साथ ही शराब बेचने पर भी रोक है। कई जगह मीट माँस की दुकान खोलने से भी मना किया गया। यूपी के अलावा छत्तीसगढ़ और हरियाणा में भी प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन स्कूल-कॉलेज बंद करने की बात है।

गौरतलब है कि रामलला की नई मूर्ति के गर्भग्रह में स्थापित होने से पहले पहले भगवान की एक छोटी मूर्ति को पालकी में विराजित करके मंदिर परिसर का भ्रमण कराया गया। शुरू में प्लान किया गया था कि इस मूर्ति को नगर भ्रमण करवाया जाएगा मगर फिर सुरक्षा व्यवस्था के चलते उस कार्यक्रम को रद्द किया गया और रामलला को मंदिर में घुमाकर उनके दर्शन हुए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया