रिलीज हो गई है लेकिन स्ट्रीमिंग पर रोक लगाई जाए और माफ़ी भी माँगें: ‘गुंजन सक्सेना’ को लेकर NCW सख्त

राष्ट्रीय महिला आयोग ने 'गुंजन सक्सेना' फिल्म से जताई आपत्ति (फोटो साभार: नेटफ्लिक्स)

जाह्नवी कपूर अभिनीत फिल्म ‘गुंजन सक्सेना’ नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है लेकिन इसे नित नए विवादों का सामना करना पड़ रहा है। अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने फिल्म पर आपत्ति जताई है। इससे पहले भारतीय वायुसेना ने फिल्म पर अपनी खराब छवि दिखाने का आरोप लगाते हुए इसे प्रतिबंधित करने की माँग की थी। राष्ट्रीय महिला आयोग ने अब निर्माताओं से कहा है कि ‘गुंजन सक्सेना’ की स्ट्रीमिंग पर रोक लगाई जाए।

साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा है कि ‘गुंजन सक्सेना’ ने भारतीय वायुसेना की जिस तरह से नकारात्मक छवि दिखाई है, उसके लिए इसके निर्माताओं को माफ़ी माँगनी चाहिए। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने लिखा कि असली गुंजन सक्सेना को सामने आकर इसका खुलासा करना चाहिए कि लिंग के आधार पर वायुसेना में उनके साथ भेदभाव हुआ या नहीं। क्या फिल्म में जो दिखाया जा रहा है वो सही है?

रेखा शर्मा ने कहा कि वो कभी सोच भी नहीं सकती कि भारत के रक्षा अधिकारी गुंडों की तरह व्यवहार करें। रेखा शर्मा ने कहा कि चाहे वो महिला अधिकारी हों या कोई और महिला, उन्हें सुरक्षा बलों में उचित सम्मान मिलता है। बता दें कि रेखा शर्मा खुद एक सैन्य परिवार से सम्बन्ध रखती हैं और उन्होंने इस मुद्दे को भावनात्मक रूप से लिया है। अभी तक निर्माता करण जौहर ने माफ़ी नहीं माँगी है।

बाद में रेखा शर्मा ने गुंजन सक्सेना के ताजा बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर सच्चाई फिल्म में जो दिखाया गया, उसके उलट है तो निर्माताओ को जरूर माफी माँगनी चाहिए। उन्होंने फिल्म की स्क्रीनिंग भी रोकने को कहा। रेखा शर्मा ने पूछा कि अपने ही सुरक्षा बलों की गलत छवि दिखाने वाली फिल्म पर रोक क्यों नहीं लगनी चाहिए, वो भी तब, जब ये सब गलत हो। वायुसेना पहले ही इस पर आपत्ति जता चुका है।

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इंडियन एयर फोर्स ने सेंसर बोर्ड को लिखे अपने पत्र में बातें साफ-साफ समझाई थी। IAF के अनुसार, “नेटफ्लिक्स और धर्मा प्रोडक्शंस ने भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधित्व प्रामाणिकता के साथ करने की सहमति व्यक्त की थी ताकि यह फिल्म अगली पीढ़ी को वायु सेना में जॉइन करने के लिए प्रेरित करने में मदद करती।” IAF के अनुसार जब फिल्म का ट्रेलर हाल ही में जारी किया गया, तो यह देखा गया कि इसमें भारतीय वायुसेना को अनुचित ढंग से नकारात्मक तरह से दिखाया गया है।

वहीं गुंजन सक्सेना ने फिल्म में दिखाई गई बातों से इतर भेदभाव की बातों को नकार दिया था। उन्होंने बताया कि भारतीय सशस्त्र बल की सभी शाखाओं की सभी महिला अधिकारी जिन्होंने संगठन में रहकर देश की सेवा की है या कर रही हैं, वह सभी वायुसेना के मजबूत मूल्यों और समृद्ध सांस्कृतिक लोकाचार से प्रेरित हैं। उन्होंने बताया कि  मेरे लिए दरवाजों खोले गए और कई अवसर दिए गए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया