‘सुतल बा बलमुआ सावन में गाँजा मार के’: अश्लील गानों के गायक खेसारी लाल यादव ने अब भगवान शिव को ड्रग्स से जोड़ा

'सावन में गाँजा मार के' गाने के दृश्यों में भगवान शिव की प्रतिमा के साथ और गाँजा पीते हुए खेसारी लाल यादव (फोटो साभार: Angle Music)

कई अश्लील गाने गा-गा कर भोजपुरी भाषा व बिहार को पहले से ही बदनाम कर रहे खेसारी लाल यादव ने अब हिन्दू धर्म व इसके देवी-देवताओं को का इस्तेमाल भी अपने धंधे के लिए करना शुरू कर दिया है। खेसारी लाल यादव के नए भोजपुरी गाने का टाइटल है, ‘सावन में गाँजा मार के’, जिसमें भगवा रंग और भगवान शिव को ड्रग्स से जोड़ा गया है और हिन्दुओं की भावनाओं का अपमान किया गया है।

इस गाने के बोल कुछ इस प्रकार हैं, “दिन भर में चार बेर पिया तारे झाड़ के.. सुतल बा बलमुआ सावन में गाँजा मार के।” इसका अर्थ हुआ, “दिन भर में 4 बार जम कर गाँजा पी रहा है, तुम्हारा पति सावन में गाँजा मार कर सोया हुआ है।” वैसे ये कोई नई बात नहीं है। कई हिंदी और भोजपुरी के साथ-साथ कुछ पंजाबी गानों में भी भगवान शिव को गाँजे और भाँग के साथ जोड़ने का एक अलग ही चलन रहा है।

भगवान शिव के साथ गाँजा के धुएँ को दिखा कर हिन्दुओं का अपमान किया गया है

ताज़ा गाने में खेसारी लाल यादव ने बार-बार देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ धाम मंदिर की तस्वीर दिखाई है और साथ ही काँवर लिए श्रद्धालुओं को जाते हुए दिखाया गया है। पूजा-पाठ के लिए जा रही महिलाएँ उनके बोल पर नृत्य कर रही होती हैं। साथ ही वो खुद भगवा वस्त्र पहन कर गाँजा पी रहे होते हैं। उनके साथ कई अन्य लोग भी भगवा कपड़ों में आते हैं। साथ ही बार-बार उन्हें भगवान शिव की प्रतिमा के सामने भी नाचते हुए दिखाया गया है।

खेसारी के नए गाने में उनके बोल पर नृत्य करतीं आरती का थाल लेकर आई महिलाएँ

ये खेसारी लाल यादव के लिए भी विवादित तरीके से गाने बनाने का पहला मामला नहीं है। उन पर गानों के जरिए अश्लीलता फैलाने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं। इसी साल जून में गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव के खिलाफ मुंबई में केस दर्ज हुआ है। उनके खिलाफ IPC की धारा-294 ( किसी महिला या युवती को अश्लील साहित्य या अश्लील तस्वीरें, क़िताबें या पर्चियाँ दिखाना) लगाई गई थी।

साथ ही उनके खिलाफ उसी FIR में IPC की धरा-295 (किसी भी सार्वजनिक स्थान या उसके आस पास कोई अश्लील गाना या शब्द बोलना) और धारा-354 (किसी स्त्री की लज्जा भंग करने के आशय से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) भी लगाई गई थी। सनातन सेवा फाउंडेशन के प्रमुख सुजीत सिंह ने अपनी शिकायत में उन पर रुपए कमाने के लिए अश्लीलता परोसने का आरोप लगाया था

खेसारी लाल यादव के गाने ‘चाची के बाची सपनवां में आती है’ का भी उदाहरण दिया गया था। चाची की बेटी बहन होती है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस तरह का गाना बना कर समाज को बिगाड़ने का काम किया था, उन पर ऐसे आरोप लगे थे। बिहार के सीवान में जन्मे खेसारी लाल यादव बिग बॉस-13 में भी नजर आए थे। फिल्मों और स्टेज शो से कमाई करने वाले खेसारी को फ़िलहाल भोजपुरी इंडस्ट्री का सबसे महँगा अभिनेता कहा जाता है।

उसी महीने में खेसारी लाल यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी। अखिलेश यादव ने कहा था कि खेसारी लाल के साथ उन्होंने ’22 में बाइसकिल की बात’ की, अर्थात 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा की वापसी पर चर्चा हुई। खेसारी ने भी अखिलेश को ‘भैया’ और खुद को उनका ‘अनुज’ बताते हुए कहा था कि इस मुलाकात से उनका दिल गदगद हो गया। अखिलेश यादव को उन्होंने भविष्य के लिए बधाई भी दी थी।

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खेसारी लाल यादव ने स्पष्ट लिखा था कि अखिलेश यादव के संकल्प को पूरा करने में वो उनके साथ हैं। सबसे दिलचस्प ये है कि अश्लील गाने बनाने वाले अभिनेता खेसारी लाल यादव ने अश्लील गानों पर ये भी कहा था कि कि जो लोग ऐसे गाने बजाते हैं, उन्हें पकड़कर पीटना चाहिए। यानी, गाने बनाने वाले को नहीं, बजाने वाले को। उनका मानना है कि लोग ऐसे गाने सुनना बंद कर देंगे तो खुद बनने बंद हो जाएँगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया