आर्यन खान के जिस दोस्त ने जूते में छिपाए थे चरस, उसको जेल में एंजायटी अटैक: अब्बा ने बताया अरबाज मर्चेंट का हाल

अरबाज और उसके अब्बू असलम मर्चेंट (बाएँ), आर्यन खान (दाएँ)

मुंबई के ड्रग केस में पकड़े गए आर्यन खान अब तक जेल में बंद हैं। उनकी बेल याचिका कई दफा खारिज हो गई है। 20 अक्टूबर को भी मुंबई की विशेष अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार किया था। कोर्ट ने कहा था कि आर्यन खान के दोस्त अरबाज मर्चेंट के जूते में चरस था और ऐसा लगता है कि आर्यन को इसके बारे में पता था।

कोर्ट में कहा गया कि, आर्यन और अरबाज दोनों दोस्त हैं। दोनों को एक साथ क्रूज टर्मिनल पर पकड़ा गया। इसके अलावा दोनों के बयान भी बताते हैं कि जो चरस बरामद हुई थी उसका सेवन वही लोग करने वाले थे। इन सभी बातों से साफ होता है कि आर्यन खान को अरबाज मर्चेंट द्वारा अपने जूते में छिपाए गए प्रतिबंधित पदार्थ के बारे में पता था। ऐसे में ये नहीं कहा जा सकता कि उनके पास चरस नहीं थी।

बता दें कि अरबाज और आर्यन को एक साथ पकड़ा गया था, लेकिन बाद में दोनों को आर्थर रोड जेल में अलग-अलग बैरक में कर दिया गया। ऐसे में अरबाज के अब्बू असलम मर्चेंट, जो पेशे से वकील हैं, उन्होंने भी मीडिया से अपने बेटे की हालत पर बात की और दावा किया कि अगर ऐसा रहा तो उनके बेटे का नर्वस ब्रेकडाउन हो जाएगा।

असलम ने कहा, “मैं अपने बेटे से सभी सुनवाई में मिल रहा हूँ, लेकिन मेरी पत्नी ने उसे करीब 20 दिनों से नहीं देखा है। ये बहुत ही इमोशनल करने वाला समय है और वह लगातार रो रही है। लेकिन दुविधा देखिए कि मुझे उसे रोकना पड़ता और कहना पड़ता है कि अरबाज के साथ जो हमें कीमती समय मिला है, उसे बर्बाद न करें। हम वहाँ बात करने आए थे। जैसे ही उसने हमें देखा, अरबाज ने कहा, ‘देखो मैं कहाँ पहुँच गया हूँ?’ उसने मुझे बताया कि वह जनरल बैरक में है और 6-7 कैदियों के साथ रखा गया है। मुझे नहीं पता कि वह कैसे कैदी हैं और बाद में ये भी बताया है कि उसे एंजायटी अटैक आ रहा है और वे बिल्कुल भी नहीं सो पा रहा है।”

अरबाज के अब्बू कहते हैं, “मेरा बेटा बिल्कुल अकेला है, शायद इसलिए उसे ये एंजायटी अटैक आ रहे हैं। उन लोगों ने दो दोस्तों को अलग कर दिया है। आर्यन को अलग बैरक में रखा गया है। वहीं, अरबाज को अलग बैरक में रखा गया है। उन्हें कैदियों की तरह खाना मिल रहा है। जब भी वह मुझे कोर्ट में मिलता है। सबसे पहले वह केस के बारे में ही पूछता है।”

असलम के अनुसार, मैंने उससे कहा कि हमने जमानत के लिए अप्लाई किया है और उसी दिन आर्यन के केस में सुनवाई है। फिर अरबाज ने मुझे कुछ ऐसा बताया जिससे मैं हैरान रह गया। वह और आर्यन अच्छे दोस्त हैं और वे अपनी बहुत सारी बातें शेयर करते हैं। आर्यन ने अरबाज के साथ बात की कि ये सब कब तक चलेगा। दोनों बच्चे उम्मीद कर रहे थे कि ये सब जल्दी सुलझ जाएगा। वे दोनों इस बात से हैरान हैं कि उनकी जमानत में कितना समय लग रहा है। मुझे लगता है कि कम से कम आर्यन को उम्मीद है कि उनके पिता शाहरुख खान हैं, जो बहुत मशहूर और प्रभावशाली शख्सियत हैं। लेकिन न तो अरबाज और न ही उनके पिता का उस तरह का प्रभाव है। हम साधारण लोग हैं जिनका कोई कनेक्शन नहीं है। मुझे लगता है कि अरबाज की किस्मत खराब थी कि वह गलत समय पर गलत जगह पर था। मुझे लगता है कि ये सिर्फ किस्मत थी। लेकिन मैं खुश हूँ कि कैसे वह अपने सबसे अच्छे दोस्त आर्यन के साथ है। वह एक वफादार दोस्त रहा है, मैं उसे यारों का यार कहता हूँ।”

असलम ने यह जानकारी भी दी कि उन्होंने अभी तक शाहरुख खान या उनके परिवार के किसी सदस्य से बात नहीं की है, लेकिन वह शाहरुख खान के हाव-भाव से प्रभावित हैं जो वो अपने बेटे से मिलने जेल आए। मर्चेंट कहते हैं, “आखिरकार वह एक माता-पिता हैं और इसकी बहुत जरूरत थी। ये एक सकारात्मक कदम था। उनके हाव-भाव ने लोगों के दिल को छू लिया है।” वह कहते हैं कि आर्थर रोड जेल के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया हुआ था कि उनके बेटे का ख्याल रखा जाएगा। लेकिन उन्हें इस बात की चिंता है कि आखिर जेल में रहते हुए अरबाज हैं तो एक कैदी ही, उन्हें कैदियों की तरह ही खाना मिलता है, कोई कुछ नहीं कर सकता, इसी कारण उन्हें असहाय महसूस होता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया