कोरोना वायरस को हराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद एक-एक कर भारत के बड़े कॉर्पोरेट कंपनियाँ साथ आ रही हैं। एशिया के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अम्बानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जामनगर ऑयल रिफाइनरी में ऑक्सीजन के उत्पादन को बढ़ा दिया है। वहाँ अब प्रतिदिन 700 टन मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। कोरोना से पीड़ित राज्यों को ये ऑक्सीजन मुफ्त में सप्लाई की जाएगी।
ET ने अपने सूत्रों के हवाले से ये खबर प्रकाशित की है। जामनगर की रिफाइनरी में इससे पहले प्रतिदिन 100 टन ऑक्सीजन का उत्पादन होता था तो इस हिसाब से अब ये 7 गुना अधिक हो जाएगा। गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश को ये ऑक्सीजन दिया जाएगा, जिससे रोज 70,000 से भी अधिक कोरोना पीड़ित मरीजों को मदद मिल सकेगी। कंपनी की योजना है कि मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन 1000 टन तक बढ़ाया जाए।
https://twitter.com/CNBCTV18Live/status/1384543781752504325?ref_src=twsrc%5Etfwजामनगर रिफाइनरी में मुख्य रूप से कच्चे तेल को पेट्रोल, डीजल और जेट ऑइल में बदलने का कार्य किया जाता है। लेकिन, कोरोना के कारण माँग बढ़ने से रिलायंस ने ऑक्सीजन के उत्पादन का निर्णय लिया। इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ग्रेड में बदला जा रहा है। इसके लिए नए उपकरण स्थापित किए गए हैं। यहाँ तक कि राज्यों को -183°C में ट्रांसपोर्टेशन का, सारा खर्च रिलायंस ही उठा रही है।
‘इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC)’ और ‘भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL)’ जैसी सरकारी कंपनियों ने भी अपने संसाधनों का इस्तेमाल ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए करने का फैसला लिया है। IOC ने कहा कि उसने मुफ्त में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब को 150 टन ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी है। इसी तरह BPCL भी 100 टन ऑक्सीजन की पूर्ति कर रहा। ऑयल रिफाइनरीज में नाइट्रोजन उत्पादन के लिए एयर-सेपरेशन प्लांट्स होते हैं, जिनमें ऑक्सीजन भी बनाया जा सकता है।
रिलायंस का जामनगर यूनिट फ़िलहाल गुजरात को प्रतिदिन 400 टन ऑक्सीजन दे रहा है। रिलायंस ने BMC के साथ मिल कर पिछले साल ही देश का पहला कोविड अस्पताल स्थापित किया था। मात्र 2 सप्ताह में 100 बेड्स के साथ ये शुरू हुआ और फिर 250 बेड्स की कैपेसिटी बनाई गई। मुंबई में रिलायंस ने क्वारंटाइन सेंटर भी बनाए।
https://twitter.com/TataCompanies/status/1384560122337193984?ref_src=twsrc%5Etfwइसी तरह TATA ने भी पीएम मोदी की अपील पर ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने और स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का फैसला किया है। टाटा समूह 24 क्रायोजेनिक लिक्विड ऑक्सीजन सिलिंडर इम्पोर्ट करेगा। Paytm ने होम मेडिकल उपकरणों की खरीद का फैसला लिया है, जिससे कर्मचारियों और उनके परिजनों की मदद की जा सके। SAIL ने 33000 टन ऑक्सीजन सप्लाई का निर्णय लिया।