इसी महीने भारत आ रहे हैं एलन मस्क, PM मोदी से होगी मुलाकात: टेस्ला प्लांट का करेंगे ऐलान, चीन को छोड़ जर्मनी में बनवा रहे इंडिया की कारें

भारत आकर पीएम मोदी से मिलेंगे एलन मस्क (फोटो साभार: The Economic Times)

टेस्ला के मालिक एलन मस्क और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच जल्द मुलाकात होने वाली है। इस संबंध में एलन ने खुद ट्वीट करके जानकारी दी है। बुधवार (10 अप्रैल 2024) को ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा- “भारत के प्रधानमंत्री से मुलाकात को लेकर उत्सुक हूँ।”

उनके इस ट्वीट के बाद उस पर भारतीय यूजर्स की कई तरह की प्रतिक्रियाएँ आईं। दावा हुआ कि एलन मस्क इस माह के आखिर तक पीएम मोदी से मिलने आ सकते हैं और भारत में निवेश करके यहाँ एक नई फैक्ट्री भी खोल सकते हैं।यूजर्स पीएम मोदी और एलन मस्क की पुरानी तस्वीरों को शेयर करके कह रहे हैं कि दोनों ही लोग अपने-अपने क्षेत्र में बेहतरीन हैं। उम्मीद है जल्द टेस्ला का प्लांट भारत में भी खुलेगा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र से एलन मस्क की मुलाकात कब होगी इसकी कोई आधिकारिक सूचना नहीं है, लेकिन रॉयटर्स की रिपोर्ट में सूत्रों से दी गई जानकारी कहती है कि एलन मस्क अपने कंपनी के कुछ लोगों के साथ इस महीने 22 अप्रैल तक पीएम मोदी से मुलाकात कर सकते हैं और । हालाँकि इस मुलाकात का कारण क्या है ये अभी कहीं नहीं बताया गया है सिर्फ सारे लोग अपने-अपने कयास लगा रहे हैं। रिपोर्टें कहती हैं कि मस्क भारत दौरे के वक्त अपने भारत में टेस्ला कार फैक्ट्री लगाने की घोषणा कर सकते हैं।

मीडिया में कुछ रिपोर्ट्स ऐसी भी हैं जो दावा करती हैं कि टेस्ला और रिलायंस इंडस्ट्री के बीच ईवी प्लांट के ज्वाइंट वेंचर के लिए बातचीत हो रही है। पिछले हफ्ते फाइनेंशियल टाइम्स ने भी बताया था कि एलन ने भारत में साइट देखने के लिए टीमों को भेजा था। रिपोर्ट का कहना था कि कंपनी भारत के राज्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहाँ पहले से ही निर्यात की सुविधा के लिए ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र और बंदरगाह हैं, और इसके परिणामस्वरूप, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्य कंपनी के लिए उच्च प्राथमिकता पर हैं। टेस्ला को भारत में 2 से 3 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश करने की उम्मीद है।कार प्लांट के अलावा कंपनी बैटरी बनाने की गीगाफैक्ट्री भी लगाएगी।

मालूम हो कि टेस्ला वर्षों से भारतीय बाजार में प्रवेश करने की योजना बना रहा है, लेकिन कारों पर उच्च आयात शुल्क के कारण वह ऐसा नहीं कर सका। हाल में उम्मीद तब जगी जब भारतीय सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क घटाकर केवल 15% कर दिया गया। इसके बाद टेस्ला का आना तय माना जाने लगा। कंपनी ने पिछले साल भारत सरकार के साथ इस मामले में दोबारा बातचीत शुरू की, और इसे रफ्तार उस समय मिली जब पीएम मोदी और एलन मस्क की मुलाकात हुई।

मुलाकात में मस्क ने कहा था, “मैं अगले साल भारत आने की योजना बना रहा हूँ। मुझे विश्वास है कि टेस्ला भारत में आएगी और हम इसे यथाशीघ्र शुरू करेंगे। मैं पीएम मोदी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ और उम्मीद है कि हम भविष्य में कुछ घोषणा करने में सक्षम होंगे।”

बता दें कि एलन मस्क की कंपनी भारत आने से पहले अपने जर्मनी वाले प्लांट में राइंट हैंड ड्राइव के लिए कार बनाना शुरू कर चुका है जिसे इस साल के बाद एक्सपोर्ट किया जा सकता है। रॉयटर्स ने रिपोर्ट में ये भी कहा है कि वो भारत में बिजनेस कार इम्पोर्ट करके शुरू करेंगे क्योंकि कार बनाने में कुछ समय लगेगा। इससे पहले टेस्ला यूके, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे राइट-हैंड ड्राइव वाले देशों के लिए चीन के शंघाई प्लांट में कारें बनाता रहा है, मगर भारत लाने के लिए उन्होंने कारें बर्लिन में बनवानी शुरू की हैं क्योंकि वो भी जानते हैं कि चीन में बना सामान भारत इम्पोर्ट नहीं हो रहा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया