किसी को गरबा खेलते तो किसी को जिम करते आया हार्ट अटैक, बोले स्वास्थ्य मंत्री- जो हुए थे कोरोना संक्रमित वे ज्यादा भागदौड़ न करें

कोविड संक्रमितों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ज्यादा भागदौड़ नहीं करने की दी सलाह​ (फोटो साभार: The Economic Times & Cultsport)

अहमदाबाद के रवि पांचाल 28 साल के थे। गरबा खेलते हुए हार्ट अटैक आया और मौत हो गई। सूरत के 26 साल के रोहित राठौड़ के की भी इसी तरह मौत हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में गरबा खेलते हुए हार्ट अटैक से कम से कम 6 मौतें हुई है। राज्य में नवरात्र के दौरान कम से कम 22 लोगों की जान हार्ट अटैक से गई है।

यह केवल गुजरात तक ही सीमित नहीं है। हाल के समय में देशभर से युवाओं की हार्ट अटैक से मौत के कई मामले सामने आए हैं। इनमें से कई मामलों में तो हार्ट अटैक कसरत करते समय आए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए इसके पीछे कोविड संक्रमण को वजह बताया है।

उन्होंने कहा है कि जिन लोगों को बीते समय में गंभीर कोविड हुआ है, वह आराम करें और ज्यादा काम ना करें। मांडविया ने कहा, “ICMR ने इस विषय पर एक विस्तृत स्टडी की है। स्टडी का कहना है कि जिन लोगों को बीते समय में कोविड की गंभीर समस्या हुई है और ज्यादा समय नहीं बीते है, ऐसे लोगों को अधिक मेहनत नहीं करनी चाहिए। इन लोगों को दौड़ने या ज्यादा काम करने से एक से दो साल तक परहेज करना चाहिए ताकि हार्ट अटैक से बचा जा सके।”

एक रिपोर्ट बताती है कि नवरात्रि के दौरान 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर बीच गुजरात में एम्बुलेंस सेवा 108 को 750 फ़ोन ह्रदय से सम्बंधित समस्याओं को लेकर आईं। गुजरात सरकार ने गरबा पांडाल के बाहर एक एम्बुलेंस की तैनाती सुनिश्चित करने को भी कहा था।

बीते कुछ समय में यह भी देखने को मिला है कि किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि करने वाले लोग एकाएक हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। जिम करते हुए युवाओं को हार्ट अटैक की कई खबरें भी इस दौरान आई हैं।

सितम्बर माह में गाजियाबाद से एक मामला सामने आया कि ट्रेडमिल पर दौड़ रहे एक 26 वर्षीय युवा को हार्ट अटैक आया और वह ट्रेडमिल से गिर पड़ा। अस्पताल ले जाए जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से एक घटना सामने थी आई जहाँ एक मूवी थिएटर में सामान्य रूप से चलते हुए एक युवक को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई।

डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे लोग जो सिगरेट आदि पीते हैं आया जिन्हें साँस सम्बंधित समस्याएँ हैं, वह जिम के दौरान अधिक सावधानी बरतें। कुछ विशेषज्ञों का भी कहना है कि कोरोना से प्रभावित लोगों के फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है और जब इस पर जोर पड़ता है तो लोगों को हार्ट अटैक जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया