Twitter के नए CEO पराग अग्रवाल को कितना जानते हैं आप, अब भारतीयों के हाथ दुनिया की 10 दिग्गज टेक कंपनियों की कमान

जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद पराग अग्रवाल बने ट्विटर के सीईओ

ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब उनकी जगह भारतीय मूल के पराग अग्रवाल नए CEO होंगे। जैक डोर्सी अब तक ट्विटर और स्क्वायर के सीईओ के तौर पर काम कर रहे थे। ट्विटर ने कहा है कि डोर्सी साल 2022 के अंत तक कंपनी के बोर्ड ऑफ मेंबर बने रहेंगे।

डोर्सी ने ट्विटर (Twitter) पर अपना इस्तीफा शेयर करते हुए इसे सबसे ‘सही वक्त’ बताया। उन्होंने लिखा, “को फाउंडर से सीईओ, चेयर से एग्ज़क्यूटिव चेयर, फिर अंतरिम सीईओ फिर सीईओ, लगभग 16 साल कंपनी में गुज़ारने के बाद मैंने फैसला किया है कि आखिरकार छोड़ने (ट्विटर) का वक्त आ गया है। पराग अग्रवाल नए सीईओ होंगे।”

इस्तीफे के सही समय की तीन वजह

जैक ने बयान में इस्तीफा देने के लिए तीन कारणों का जिक्र किया है। डोर्सी ने लिखा है, “पहला कारण ये है कि पराग कंपनी के नए सीईओ बन रहे हैं। बोर्ड ने नए सीईओ के लिए लंबी प्रक्रिया का पालन किया और सभी ने एकमत से पराग अग्रवाल को चुना। कंपनी के बारे में उनकी समझ के कारण पराग मेरी भी पसंद रहे हैं। पराग ने हर कठिन निर्णय के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यही कारण है कि कंपनी आज यहाँ खड़ी है। पराग जिज्ञासु और जाँचने-परखने वाले व्यक्ति हैं। तार्किक, डिमांडिंग, खुद के प्रति सजग और विनम्र भी हैं। उनसे मैं रोज कुछ नया सीखता हूँ।”

डोर्सी ने दूसरा कारण बताया है, “ब्रेट टेलर का बोर्ड चेयरमैन बनने का फैसला भी महत्वपूर्ण कारण है। ब्रेट नए बोर्ड के अध्यक्ष होंगे। वे उद्यमिता व जोखिम लेने के अर्थ समझते हैं। इंजीनियर हैं, इसलिए बड़े स्तर पर काम कर रही कंपनी की तकनीक और उत्पादों को भी जानते हैं। कंपनी को ऐसा ही व्यक्ति चाहिए। जब मैं सीईओ बना था तब ब्रेट से बोर्ड ज्वाइन करने को कहा था। वे हर तरीके से कंपनी के लिए बेहतरीन रहे हैं।”

वहीं डोर्सी ने तीसरा कारण बताया है, “टीम में क्षमता है कि वह कंपनी को बेहतर रास्ते पर ले जाए। पराग में काफी क्षमता है। उन्होंने इंजीनियर के तौर पर ट्विटर में काम शुरू किया था, हमारे काम की परवाह है। ये मुझे गर्व का एहसास कराता है कि वे मेरे ही रास्ते पर चलते रहे हैं, लेकिन मुझसे बेहतर ढंग से। वे अपनी ऊर्जा का काम के लिए सबसे अच्छे ढंग से उपयोग करेंगे।” जैक ने अपने बयान के आखिर में कहा है कि ट्विटर के लिए उनकी एक ही ख्वाहिश है कि ये दुनिया की सबसे पारदर्शी कंपनी बनी रहे।

पराग अग्रवाल ने जताया आभार

ट्विटर के नए CEO अभी कंपनी में CTO के तौर पर काम कर रहे थे। पराग अग्रवाल ने IIT Bombay से पढ़ाई की है। नई जिम्मेदारी के लिए तैयार पराग अग्रवाल (Parag Agrawal) ने डोर्सी का आभार जताया है। अग्रवाल ने कहा, “मुझ में और मेरे नेतृत्व में भरोसा जताने के लिए बोर्ड को धन्यवाद कहना चाहता हूँ। जैक की लगातार मेंटरशिप, सहयोग और भागीदारी के लिए मैं उनका आभारी हूँ। उनके नेतृत्व में कंपनी ने जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं, मैं उनको आगे बढ़ाने के लिए तैयार हूँ।”

अग्रवाल ने कहा, “इस समय पूरी दुनिया हमें देख रही है। आज के इस समाचार को लेकर लोग अलग-अलग विचार प्रदर्शित करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि वो ट्विटर और हमारे भविष्य की परवाह करते हैं। यह इसका संकेत है कि हमारे काम का महत्व है। आइए दुनिया को ट्विटर की पूरी क्षमताएँ दिखाएँ।”

पराग अग्रवाल के Twitter CEO बनने के बाद उनका नाम उन भारतीयों में शामिल हो गया है जो दिग्गज टेक कंपनी में लीडर के पॉजिशन पर हैं। गूगल के CEO सुंदर पिचाई और Microsoft के सत्या नडेला के बाद अब पराग अग्रवाल का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है।

आइए एक नजर डालते हैं दुनिया की 10 दिग्गज टेक कंपनियों पर, जिनकी कमान भारतीय मूल के नागरिक के हाथ में है-

1. पराग अग्रवाल- ट्विटर सीईओ

2. सुंदर पिचाई – सीईओ गूगल और अल्फाबेट

3. सत्या नडेला- माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ

4. शांतनू नारायण- Adobe के चेयरमैन, प्रेसिडेंट और सीईओ

5. अरविंद कृष्णा- IBM के चेयरमैन और सीईओ

6. रेवथी अद्वैत- Flextronics की सीईओ

7. निकेश अरोरा- Palo Alto नेटवर्क के सीईओ और चेयरमैन

8. जयश्री उल्लाल- Arista Network की प्रेसिडेंट और सीईओ

9. अंजली सूद- Vimeo की सीईओ

10. अमन भूटानी- GoDaddy के सीईओ

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया