103 °F बुखार से जूझ रहे ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा, CM खट्टर ने ₹6 करोड़, यूपी ने किया था ₹2 करोड़ देने का ऐलान

हाई फीवर से जूझ रहे हैं भारत के स्वर्ण पदकवीर नीरज चोपड़ा (फाइल फोटो)

टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा की तबीयत ठीक नहीं है। वो हाई फीवर (उच्च बुखार) से जूझ रहे हैं। इस कारण वो हरियाणा सरकार के कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हो पाएँगे। हरियाणा सरकार ने ओलंपिक में गए खिलाड़ियों के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया है। हालाँकि, राहत की बात ये है कि नीरज चोपड़ा की कोरोना टेस्टिंग की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

https://twitter.com/ani_digital/status/1426483594390765570?ref_src=twsrc%5Etfw

नीरज चोपड़ा ने ‘भाला फेंक’ में स्वर्ण पदक जीता था। अब खबर आई है कि उनके गले में खरास है और उन्हें हाई फीवर है। साथ ही बुखार उतरने का नाम नहीं ले रहा। फ़िलहाल वो आराम कर रहे हैं। ओलंपिक फाइनल में नीरज चोपड़ा के जेवलिन थ्रो को टोक्यो ओलंपिक के शीर्ष-10 क्षणों में शामिल किया गया। ओलंपिक ने इस क्षण को छठे स्थान पर रखा। नीरज चोपड़ा ने समर्थन के लिए भारतीयों का धन्यवाद दिया था।

नीरज चोपड़ा को कल 103 °F फीवर था। हालाँकि, उनके कुछ करीबी सूत्रों का कहना है कि धीरे-धीरे उनकी स्थिति में सुधार होने लगा है। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है क्योंकि पिछले कई महीनों से उनका काफी व्यस्त शेड्यूल था। थकान को उनकी तबीयत खराब होने का कारण माना जा रहा है। ‘राष्ट्रपति भवन’ में होने वाले एक के लिए भारतीय ओलंपिक खिलाड़ी अशोका होटल में रुके हुए हैं। उम्मीद है कि नीरज अपने घर से सीधे वहीं आएँगे।

हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गाँव में 24 दिसंबर 1997 को पैदा हुए नीरज चोपड़ा बचपन में भारी-भरकम शरीर वाले बच्चे थे, जिस कारण घर वालों ने उन्हें जिम में दाखिला कराया और फिर खेल की तरफ उनका रुझान शुरू हुआ।  11 साल की उम्र के लड़के ने जब पहली ही बार में 25 मीटर से भी दूर भाला फेंक दिया था तो किसी को भी समझते देर नहीं लगी कि नीरज इसी खेल के लिए बने हैं।

हाल ही में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्हें 2 करोड़ रुपए देने की घोषणा की। इसी तरह हरियाणा सरकार ने 6 करोड़, पंजाब सरकार ने 2 करोड़, BCCI ने 1 करोड़ और CSK ने उन्हें 1 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया