30 दिसंबर को अयोध्या में रहेंगे PM मोदी, एयरपोर्ट महर्षि वाल्मीकि के नाम: 6 जनवरी से विमान सेवा, 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा

अयोध्या एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा(फोटो साभार: आजतक)

22 जनवरी 2024 को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। उससे पहले 30 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में होंगे। इस दौरान वे अयोध्या के अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा वे जनसभा और रोड शो भी करेंगे।

अयोध्या का नवनिर्मित एयरपोर्ट, महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम कहलाएगा। इससे पहले 27 दिसंबर को रेलवे स्टेशन का नाम अयोध्या जंक्शन से अयोध्या धाम करने का फैसला किया गया था। 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस नवनिर्मित एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने के साथ कई अन्य परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

इस एयरपोर्ट से विमानों का परिचालन 6 जनवरी से शुरू होगा। 6 जनवरी को पहली फ्लाइट सुबह 11:55 बजे दिल्ली से उड़ान भरेगी और दोपहर 1:15 बजे अयोध्या पहुँचेगी। यही फ्लाइट दोपहर 1:45 बजे अयोध्या से रवाना होकर 3 बजे दिल्ली पहुँचेगी। पहले चरण में अयोध्या से दिल्ली और अहमदाबाद के लिए भी उड़ानें शुरू होंगी। 11 जनवरी 2024 से अहमदाबाद और अयोध्या के बीच हफ्ते में तीन दिन फ्लाइट होंगी।

पीएम मोदी 30 दिसंबर को पुनर्विकसित अयोध्या धाम जंक्शन का उद्घाटन करेंगे। यहाँ से नई अमृत भारत और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएँगे। इसके बाद वे महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का उद्घाटन करेंगे। पीएमओ के मुताबिक अयोध्या में प्रधानमंत्री का 30 दिसंबर को सुबह करीब 11:15 बजे से शुरू हो जाएगा।

पीएम मोदी एक सार्वजनिक सभा को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान वे उत्तर प्रदेश के लिए 15,700 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए लगभग 11,100 करोड़ रुपए की परियोजनाएँ तो राज्य के अन्य हिस्सों के लिए लगभग 4600 करोड़ रुपए की परियोजनाएँ शामिल हैं।

राम मंदिर जैसा बना एयरपोर्ट

अयोध्या एयरपोर्ट नागर शैली में राममंदिर की तरह बनाया गया है। यहाँ एयरपोर्ट की दीवारों पर रामायण से जुड़ी अहम घटनाओं को उकेरा गया है। इस एयरपोर्ट का वास्तु और डिजाइन पूरी तरह से भगवान राम के जीवन से प्रेरित है।

इसे आर्किटेक्ट विपुल वार्ष्णेय की निगरानी में बनाया गया है। वार्ष्णेय के मुताबिक, एयरपोर्ट के सात शिखर नागर शैली में बने हैं। मुख्य शिखर बीच में और आगे 3 और पीछे 3 शिखर हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट के बाहर तीर-धनुष का बड़ा म्यूरल बनाया गया है। यह एयरपोर्ट रामायण के सात कांड से प्रेरित सात स्तंभों पर से टिका है। अयोध्या एयरपोर्ट का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार हुआ है।

एयरपोर्ट टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6500 वर्गमीटर है। ये सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की क्षमता के हिसाब से बनाया गया है। इस एयरपोर्ट के टर्मिनल की इमारत में कई तरह की आधुनिक सुविधाएँ दी गई हैं। यहाँ इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, वर्षा जल संचयन, वाटर ट्रीटमेंट प्लाँट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सौर ऊर्जा संयंत्र इसकी खूबियों को बढ़ातें हैं।

उधर दूसरी तरफ अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पहला चरण 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया गया। इस तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन में लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, क्लॉक रूम, चाइल्ड केयर रूम, वेटिंग हॉल जैसी आधुनिक सुविधाओं दी गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया