8वीं तक स्कूली शिक्षा, भय्यू जी महाराज से दीक्षा : जानिए, एक केमिस्ट के बेटे के कालीचरण महाराज बनने की कहानी

कालीचरण महाराज का संक्षिप्त परिचय (साभार: यूट्यूब)

छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुई ‘धर्म-संसद’ में मोहनदास करमचंद्र गाँधी की आलोचना करने के मामले में 30 दिसंबर 2021 को गिरफ्तार हुए कालीचरण महाराज एक समय में अभिजीत धनंजय सरग हुआ करते थे। आज वो अपने माथे पर गोल तिलक और लाल वस्त्र धारण करते हैं। वह शिव और काली के उपासक हैं।

कालीचरण महाराज महाराष्ट्र (Maharashtra Akola) के विदर्भ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अकोला जिले के शिवाजी नगर के रहने वाले हैं। उनके पिता धनंजय सरग मेडिकल की दुकान चलाते हैं। भवसागर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कालीचरण महाराज को लेकर माना जाता है कि उनका जन्म 1973 में हुआ था। उन्होंने 8वीं कक्षा तक की पढ़ाई करने के बाद पढ़ाई को छोड़ दिया था, जिसके बाद उनके परिवार वालों ने उन्हें उनकी मौसी के पास भेज दिया। मौसी के पास रहते हुए उन्होंने हिंदी सीखी। वो भय्यू जी महाराज के संपर्क में आए और ये वही पल था, जहाँ से आध्यात्म की तरफ उनका झुकाव हुआ। भय्यू जी महाराज से दीक्षा लेने के बाद से ही उन्हें नया नाम ‘कालीचरण महाराज’ मिला।

लोकप्रियता की बात की जाए तो कालीचरण महाराज काफी लोकप्रिय हैं। हिंदू धर्म ग्रंथों से मंत्रों और श्लोकों का जाप करते हुए उनके कई वीडियो वायरल हुए हैं। 2017 में तो उन्होंने निकाय चुनावों में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। अफवाह तो उनके 2019 लोकसभा चुनाव लड़ने की भी थी।

कालीचरण महाराज का शिव तांडव स्तोत्र वीडियो

पिछले साल 2020 में मध्य प्रदेश के भोजेश्वर शिव मंदिर में कालीचरण महाराज ने वीणा के साथ शिव ताँडव स्त्रोत गाया था और वो वीडियो इतना अधिक पसंद किया गया कि उसे केवल यूट्यूब पर दो करोड़ से भी अधिक बार देखा गया। इसके चलते वो काफी लोकप्रिय हो गए थे।

कालीचरण महाराज का एक आधिकारिक यूट्यूब चैनल है, जिस पर बीते तीन सालों से वो वीडियो अपलोड करते रहे हैं, जिनमें अधिकांश आध्यात्मिक सामग्री, साक्षात्कार और कथा वचन हैं। इसी तरह से साल 2018 में उनका एक और वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें वह महिषासुर मर्दिनी स्त्रोतम गाते हुए दिखे थे।

अपने यूट्यूब (YouTube) चैनल पर एक कार्यक्रम में उन्होंने भारतीय हिंदू समाज में जाति व्यवस्था पर कुठाराघात किया था। उन्होंने कहा था, “हिंदुओं में जाति की सड़ती समस्या बंटवारा पैदा करती है, जो धर्म को विनाश की ओर ले जाती है।” कालीचरण महाराज ने हिंदुओं को शिवाजी महाराज का अनुसरण करने की नसीहत देते हुए कहा कि जाति की जंजीरों को तोड़कर हिंदुत्व के बैनर के नीचे एकत्र होने की जरूरत है। कालीचरण महाराज के मुताबिक, “हिंदू बंटे हुए थे, इसी कारण आक्रमणकारी भारत को जीत पाए। शिवाजी महाराज सभी हिंदुओं को एक साथ लाए और हमें उनके नक्शेकदम पर चलना चाहिए। ”

कालीचरण महाराज का एक अन्य वीडियो मंगलुरू के अन्न पूर्णेश्वरी मंदिर में हाथी का दर्शन करते हुए देखा गया था। इस वीडियो को 9 लाख लोगों ने देखा था।

गौरतलब है कि हाल ही में कालीचरण महाराज रायपुर की धर्म संसद में दिए गए अपने भाषण को लेकर चर्चा में हैं। गाँधी पर उनके भाषण के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। बाद में गुरुवार 30 दिसंबर 2021 को रायपुर पुलिस ने एमपी के खजुराहो (Khajuraho) से गिरफ्तार किया था।

इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार ने कहा है कि हिंदू नेता को गिरफ्तार करने वाली रायपुर पुलिस की कार्रवाई अंतरराज्यीय प्रोटोकॉल का उल्लंघन है और रायपुर पुलिस ने ऑपरेशन करने से पहले MP पुलिस को सूचित नहीं किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया