बेटी के बाद अब पिता सचिन तेंदुलकर भी हुए DeepFake का शिकार, पीएम मोदी के मंत्री ने कहा- जल्द लाएँगे कठोर कानून

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (साभार: बिजनेस टुडे)

बेटी सारा तेंदुलकर के बाद अब पूर्व क्रिकेटर भारत रत्न सचिन तेंदुलकर भी डीपफेक का शिकार हो गए हैं। उनके एक वीडियो इंटरव्यू का क्लिप लेकर गेमिंग एप को प्रमोट करने वाला वीडियो बना लिया गया है। तेंदुलकर ने इस वीडियो को फर्जी बताते हुए कार्रवाई की माँग की है। इसके बाद केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ऐसे मामलों को कठोरता निपटा जाएगा।

सोशल मीडिया साइट X (पूर्व में ट्विटर) पर पर सचिन तेंदुलकर की पोस्ट का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने कहा, “AI द्वारा संचालित DeepFakes और गलत सूचनाएँ भारतीय उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और विश्वास के लिए खतरा हैं। ये नुकसान पहुँचाती हैं और कानून का उल्लंघन करती हैं। इन्हें प्लेटफॉर्म को रोकना और हटाना ही होगा।”

उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे कहा, “इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की हालिया एडवाइजरी में प्लेटफ़ॉर्म को इसका 100% अनुपालन करने के लिए कहा गया है। प्लेटफार्मों द्वारा अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए हम जल्द ही आईटी अधिनियम के तहत कड़े नियमों को अधिसूचित करेंगे।”

दरअसल, सचिन तेंदुलकर ने 15 जनवरी 2024 को अपने एक्स अकाउंट पर 30 सेकेंड लंबा एक वीडियो साझा किया है। उन्होंने इस वीडियो के साथ लिखा, “ये वीडियो नकली है और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है। टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग बिल्कुल गलत है। आप सब से विनती है कि ऐसे वीडियो या एप या विज्ञापन आपको अगर नजर आए तो उन्हें तुरंत रिपोर्ट करें।”

आगे उन्होंने लिखा, “सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को भी सावधान रहना चाहिए और इनके खिलाफ की गई शिकायत पर जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए। उनकी भूमिका इस बारे में बहुत जरूरी है ताकि गलत सूचना और खबरों को रोका जा सके और डीपफेक का दुरुपयोग खत्म हो।”

दरअसल में वायरल वीडियो में एआई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सचिन तेंदुलकर को एक गेमिंग एप की बात करते हुए दिखाया गया है। सचिन के चेहरे और आवाज वाली वीडियो में कहा गया है, “मेरी बेटी इस समय यह गेम खेल रही है, जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है- एविएटर। वह स्काईवड एविटर क्वेस्ट एप खेल कर हर दिन 180 हजार रुपए निकालती है। मुझे कभी आश्चर्य होता है कि अच्छा पैसा कमाना कितना आसान हो गया है और सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह एप मुफ्त है। कोई भी आईफोन मालिक इसे डाउनलोड कर सकता है।”

ऑपइंडिया ने अपनी जाँच में यह पाया कि जिस वीडियो से सचिन की यह फर्जी क्लिप बनाई गई है वह उनके आठ महीने पुराने एक इंटरव्यू में से निकाली गई है। यह वीडियो 24 अप्रैल 2023 को कामिया जानी नाम की एक लाइफस्टाइल ब्लॉगर के यूट्यूब चैनल कर्ली टेल्स पर डाला गया है।

किसी एप या गेम का प्रचार करने के लिए किसी बड़ी हस्ती का डीपफेक बनाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले नवम्बर 2024 में कारोबारी रतन टाटा का एक डीपफेक वीडियो बनाया गया था। इसमें उन्हें सट्टेबाजी को प्रमोट करते हुए दिखाया गया था। इसमें भी एविएटर नाम के ही एप को बढ़ावा दिया जा रहा था। उन्होंने इसकी सच्चाई ट्विटर पर लोगों को बताई थी।

गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर से पहले अभिनेत्री उनकी बेटी सारा तेंदुलकर, एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय, अभिनेत्री रश्मिका मंदाना और कैटरीना कैफ के साथ भी ऐसा हो चुका है। उनके भी डीपफेक के जरिए वीडियो बनाकर वायरल किए गए थे। इसके बाद भारत में डीपफेक को लेकर नई बहस भी छिड़ी थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया