सिक्किम में सैन्य ट्रक खाई में गिरा, 16 जवान बलिदान: सीमा चौकियों पर जा रहे थे सैनिक

सिक्किम में दर्दनाक सड़क दुर्घटना में 16 जवान बलिदानी हुए (फोटो साभार: free press journal)

उत्तरी सिक्किम (North Sikkim) में शुक्रवार (23 दिसंबर 2022) को एक दर्दनाक सड़क हादसे में सेना के 16 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए और 4 अन्य घायल हो गए। यह हादसा राजधानी गंगटोक से लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लाचेन से करीब 15 किलोमीटर दूर जेमा (Zema) में आज सुबह करीब 8 बजे हुआ। भारतीय सेना ने बतायाकि जवान ट्रक से काफिले के साथ चट्टेन से थांगू जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम में हुए हादसे में भारतीय सेना के वीर जवानों के बलिदान पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पीएम ने कहा, “शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। घायल जवान जल्द स्वस्थ हों।” दुर्घटना के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू किया गया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, सभी घायलों को उत्तरी बंगाल के एक सैन्य अस्पताल में हवाई मार्ग से ले जाया गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर गहरा दुख जताया है।

राजनाथ सिंह ने कहा, “उत्तरी सिक्किम में एक सड़क दुर्घटना के कारण भारतीय सेना के जवानों के बलिदान होने का गहरा दुख हुआ। देश उनकी सेवा और प्रतिबद्धता के लिए हमेशा आभारी रहेगा। जवानों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। हादसे में जो लोग घायल हुए हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।”

चुंगथांग उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अरुण थाटल के मुताबिक, सेना के वाहन में 20 लोग थे। ये सीमा चौकियों की ओर जा रहा था। ऐसा लगता है कि जेमा 3 क्षेत्र में एक तीव्र मोड़ को पार करते समय जवानों से भरा ट्रक सड़क से उतर गया और सैकड़ों फीट नीचे गिर खाई में गिर गया।

इस हादसे में सेना का ट्रक चकनाचूर हो गया है। यह तीन बसों के उस काफिले का हिस्सा था, जो चट्टेन से थांगू के लिए निकला था। बलिदान होने वालों में तीन जूनियर कमिशन ऑफिसर (JSO) और 13 जवान शामिल हैं।

सेना के 16 जवानों के पार्थिव शरीर को दुर्घटनास्थल से बरामद कर लिया गया है। लाचेन की एक पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर मौजूद थाटल ने कहा कि चार गंभीर रूप से घायल जवानों की स्थिति अज्ञात बनी हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए गंगटोक के सरकारी एसटीएनएम अस्पताल ले जाया गया है, जिसके बाद इसे सेना को सौंप दिया जाएगा। पीड़ितों की रेजिमेंट का पता लगाया जाना बाकी है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया