बकरीद पर गोहत्या के बाद धरना दे रहे थे हिन्दू, राजस्थान पुलिस ने 35 को हिरासत में लिया: महिलाओं को पीटने के भी आरोप

राजस्थान के हनुमानगढ़ में गौ हत्या का विरोध कर रहे 35 प्रदर्शनकारी हिरासत में (चित्र साभार- Sidhu Gandhiwala फेसबुक पेज)

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में गौ हत्या की घटना से तनाव की खबर है। यहाँ 4 दिनों से धरना दे रहे लोगों को पुलिस ने जबरन उठाने का प्रयास किया तो पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने इस घटना में अब तक 35 लोगों को हिरासत में लिया है। मामला बुधवार (27 जुलाई, 2022) का बताया जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लोग चिड़ियागाँधी इलाके में गोकशी के विरोध में धरने पर बैठे थे। उनका आरोप था कि बकरीद पर गौ हत्या हुई है जिसे जिला प्रशासन नहीं मान रहा था। बाद में मिले मांस को प्रयोगशाला में भेजा गया तो उसके गौमांस होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने इस केस में फारुख, अनवर, अमीन खान और सिकंदर खान पर गौ हत्या व अन्य धाराएँ लगा कर जेल भेज दिया। तब से क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण थे।

बताया जा रहा है कि इस गौ हत्या के विरोध में स्थानीय लोग व कुछ हिन्दू संगठन पिछले 4 दिनों से धरना दे रहे थे। मंगलवार (26 जुलाई) को पुलिस ने उन्हें हटा दिया और कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अगले दिन इसके विरोध में भारी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएँ भी शामिल थीं।

पुलिस ने इन्हे भी बलपूर्वक हटाने की कोशिश की तो घटनास्थल पर ही झड़प हो गई। आरोप है कि पुलिस पर पत्थर भी फेंके गए जिस से कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालत तनावपूर्ण देखते हुए गाँधीबड़ी और चिड़यागाँधी क्षेत्र में कर्फ्यू भी लगा दिया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया आँसू गैस के गोले भी छोड़े। एहतियात के तौर पर क्षेत्र में इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है। क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।

इस घटना का दावा कर के वायरल हो रहे वीडियो में कुछ पुरुष पुलिसकर्मी एक महिला को पकड़ने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। ऊपर छत से कुछ महिलाएँ शोर मचा रही हैं। बीच में एक पुलिसकर्मी हाथ में पत्थर ले कर वीडियो बना रही महिलाओं को मारने की धमकी भी दे रहा है। आख़िरकार पुलिसकर्मी उस महिला को अपने साथ ले जाते हैं। वहीं दूसरे वीडियो में कई पुलिसकर्मियों ने एक व्यक्ति का कॉलर पकड़ रखा है। हालाँकि ऑपइंडिया इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया