खुद को भारत में सुरक्षित महसूस करता हूँ, भारतीयों से CAA का कोई संबंध नहीं: अदनान सामी

इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव में अपनी बात रखते अदनान सामी (साभार: ANI)

हाल ही में पद्मश्री सम्मान से नवाजे गए बॉलीवुड सिंगर अदनान सामी ने इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव 2020 में शिरकत की। यहाँ उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर बेबाकी से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वह भारत में खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। साथ ही कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का भारत के लोगों से कोई संबंध नहीं है।

अदनान से पूछा गया कि आमिर खान कहते हैं कि वो भारत में सुरक्षित महसूस नहीं करते, क्या आप सुरक्षित महसूस करते हैं और CAA को लेकर आपकी क्या राय है? इस पर अदनान सामी ने कहा, “मुस्लिम होने के नाते मैं भारत में सुरक्षित महसूस करता हूँ। यह भारत में असुरक्षित महसूस करने वाले हर व्यक्ति के प्रश्न का उत्तर है।”

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बता दें कि साल 2015 में एक्टर आमिर खान ने एक बयान देते हुए कहा था कि उनकी पत्नी को भारत में रहना सेफ नहीं लगता है। आमिर के इस बयान से सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया था। इसके जवाब में अदनान ने कहा, “मैं यहाँ इस बात का जवाब देने नहीं आया हूँ कि आमिर खान ने क्या कहा। जहाँ तक मेरी बात है, मैं एक मुस्लिम हूँ। मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूँ। मैं मानवता का सम्मान करता हूँ चाहे यह किसी भी रूप में हो। मेरे पास बहुत से ऑप्शंस थे, लेकिन मुझे लगा कि मुझे भारत आना चाहिए और एक मुस्लिम के तौर पर मैं यह नहीं कह सकता हूँ कि मैं भारत में कितना सुरक्षित महसूस करता हूँ।”

इसके साथ ही अदनान ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का समर्थन करते हुए कहा कि यह कानून लोगों को भारत की नागरिकता दिलाने में मदद करेगा और इसका भारत में अभी रह रहे लोगों के साथ कोई संबंध नहीं है। अदनान से हाल में दिल्ली में हुई हिंसा बारे में इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, “मुझे लगता है कि जल्द ही वापस शांति होगी। एक म्यूजिशन होने के नाते मैं हमेशा प्यार और शांति की बात करता हूँ। मैं सभी से निवेदन करता हूँ कि शांति बनाए रखें। मैं निवेदन करता हूँ कि लोगों की जिंदगी का सम्मान करें और ऐसा कोई मुद्दा नहीं है जिसका हल बातचीत से न निकले। मैं चाहता हूँ कि देश में शांति बनी रहे।”

इससे पहले अदनान ने CAA का किया समर्थन करते हुए कहा था, “मैं ये जरूर कह सकता हूँ कि मैंने अपनी आँखों से देखा है कि वहाँ पर अल्पसंख्यकों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मैंने इस्लामाबाद में देखा है कि किस तरह से वहाँ सोसायटी दो गुटों में बँटी हैं। मैं एक सेक्टर में था जहाँ मैंने देखा की सोसाइटी के उस पार एक स्लम था। मैंने किसी से पूछा कि सोसायटी के उस पार कौन रहता है, तो मुझे बताया गया कि उधर क्रिश्चियन कम्युनिटी के लोग रहते हैं।”

अदनान ने आगे कहा था, “मेरे लिए ये सुनना काफी दुखद था। उन्हें उचित सम्मान और आजादी नहीं मिलती जिसे बाकी लोग इंज्वॉय करते हैं। मैं खुश हूँ कि सीएए के आने से अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे लोगों को मदद मिलेगी।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया