अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती ने नूपुर शर्मा की हत्या के लिए उकसाया, कहा- जो लाएगा ​उसकी गर्दन, उसे दूँगा अपना मकान

अजमेर दरगाह के खादिम ने नूपुर शर्मा की हत्या के लिए उकसाया

अजमेर के हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के एक खादिम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस खादिम की पहचान सलमान चिश्ती के रूप में हुई है। वीडियो में वह भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी दे रहा है। उसने नुपर शर्मा की गर्दन काटने वाले को अपना मकान और संपत्ति देने का भी ऐलान किया है। यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया है, जब कुछ दिन पहले अजमेर दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने दावा किया था कि भारतीय मुस्लिम देश में तालिबानी मानसिकता को कबूल नहीं करेंगे।

सलमान चिश्ती हिस्ट्रीशीटर भी है। उसके खिलाफ 13 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप भी हैं। वीडियो में सलमान चिश्ती कह रहा है कि वक्त पहले जैसा नहीं रहा, वरना वह बोलता नहीं। आगे वह कहता है, “कसम है मुझे पैदा करने वाली मेरी माँ की, मैं उसे सरेआम गोली मार देता। मुझे मेरे बच्चों की कसम, मैं उसे गोली मार देता और आज भी सीना ठोक कर कहता हूँ जो भी नुपुर शर्मा की गर्दन लाएगा, मैं उसे अपना घर दे दूँगा और रास्ते पर निकल जाऊँगा। ये वादा करता है सलमान।”

इसके अलावा, उसने खुद को ‘ख्वाजा का सच्चा सिपाही’ बताया और मुस्लिमों को भड़काने की कोशिश की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजमेर दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती ने 17 जून को दरगाह के बाहर निकाले गए मौन जुलूस के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था, जिसमें ‘गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही साजा, सर तन से जुदा’ के नारे लगे थे।

वीडियो वायरल होने के बाद सलमान चिश्ती के खिलाफ अजमेर शहर के अलवर गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिले के एएसपी विकास सांगवान ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि करते हुए कहा है कि उसकी तलाश की जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि सलमान चिश्ती का लोकेशन कश्मीर आ रहा है। 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने कहा कि उन्हें यह वीडियो व्हाट्सएप के जरिए भी मिला है। इस वीडियो को लेकर पुलिस प्रशासन का रवैया बेहद सख्त है, वीडियो में सलमान चिश्ती नशे की हालत में नजर आ रहा है। इस संबंध में पुलिस ने दरगाह और अंजुमन के अधिकारियों से भी बात की है। सलमान चिश्ती दरगाह थाना क्षेत्र का रहने वाला है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। 

गौरतलब है कि नुपूर शर्मा के समर्थन में वीडियो पोस्ट करने वाले कन्हैया लाल की हत्या के बाद अजमेर दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा था कि भारत के मुस्लिम देश में कभी भी तालिबानी मानसिकता को कबूल नहीं करेंगे। उन्होंने एक बयान में कहा था कि कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा नहीं देता है, विशेष रूप से इस्लाम में सभी शिक्षाएँ शांति के स्त्रोत के रूप में कार्य करती हैं। खान ने कहा कि आरोपित कुछ कट्टरपंथी समूहों का हिस्सा थे जो हिंसा के रास्ते से ही समाधन ढूँढते हैं। एक तरफ जहाँ दरगाह के प्रमुख अमन की बातें करते हैं, वहीं दूसरी तरफ दरगाह का खादिम नुपुर शर्मा को मारने के लिए उकसाता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया