अलीगढ़ की जिस लड़की की ‘हत्या’ में जेल में बंद है एक विधवा का बेटा विष्णु, वह 7 साल बाद आगरा में ‘जिंदा’ मिली: पति और 2 बच्चे भी साथ

अलीगढ़ का विष्णु जिसकी हत्या के आरोप में जेल में बद वह जिंदा मिली (फाइल फोटो)

साल 2015। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की एक नाबालिग लड़की मंदिर गई। गायब हो गई। फिर एक लाश मिली जो इसी लड़की की बताई गई। अपहरण कर हत्या का आरोप एक विधवा के बेटे विष्णु गौतम पर लगा। वह जेल में बंद है। साल 2022 में अब वही लड़की जिंदा मिली है। शादीशुदा है। दो बच्चे भी हैं। आगरा में रहती है।

लड़की के जीवित होने की खबर सामने आने के बाद विष्णु की रिहाई की आवाज उसके परिजनों ने उठाई है। लड़की को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है। पुलिस ने जाँच के बाद सामने आए तथ्यों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है।

इस मामले की शुरुआत 17 फरवरी 2015 को हुई थी। 17 वर्षीया एक नाबालिग लड़की के पिता ने थाना गौंडा थाने ने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया गया था कि मंदिर में जल चढ़ाने गई उनकी बेटी अचानक ही गुम हो गई। 18 फरवरी को पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 363 और 366 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज की।

6 अप्रैल 2015 को लड़की के घर वालों ने इस मामले में अपने ही गाँव ढाटौली के विष्णु गौतम को आरोपित किया। दावा किया कि मेले में विष्णु को लड़की के साथ देखा गया था। 24 मार्च 2015 को पुलिस ने लावारिस हालत में एक लड़की की लाश बरामद की। नाबालिग लड़की के घर वालों ने उसे अपनी बेटी का बताया। इसके बाद विष्णु पर हत्या की धारा 302 और सबूत मिटाने की धारा 201 भी लगा दी गई।

25 सितंबर 2015 को पुलिस ने इस केस में विष्णु गौतम के खिलाफ चार्जशीट लगा दी। FIR के दौरान इस केस के विवेचक सब इंस्पेक्टर खालिद खान थे। लगभग 2 साल जेल में रहने के बाद विष्णु गौतम की जमानत 11 अप्रैल 2017 को इलाहबाद हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा की अदालत से मंजूर हुई। इस दौरान विष्णु को सबूतों से छेड़छाड़ न करने, कोर्ट में तय तारीख पर हाजिर रहने और गवाहों को न धमकाने की हिदायत मिली थी। पुलिस कार्रवाई के साथ कोर्ट की सुनवाई तक विपिन खुद को निर्दोष बताता रहा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला अदालत में विष्णु के केस का ट्रायल शुरू हो गया। इसके चलते लड़की के घर वालों ने उसे फिर से जेल भेजने की माँग की। विष्णु को फिर से जेल भेज दिया गया। इस दौरान उसकी माँ अपने स्तर से बेटे की बेगुनाही के सबूत तलाशती रही। आखिरकार उन्हें जानकारी मिली कि जिस लड़की के अपहरण और हत्या के केस में उनका बेटा जेल काट रहा है, वो जीवित है और आगरा के एत्माद्दौला इलाके में अपने पति और 2 बच्चों के साथ रह रही है।

जानकारी पुख्ता कर लेने के बाद विष्णु की माँ वृन्दावन के एक भगवाचार्य के साथ अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी से मिलीं। उन्होंने अपने बेटे के लिए न्याय माँगा। SSP अलीगढ़ ने फ़ौरन ही मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए और लड़की को हाथरस गेट से गिरफ्तार कर लिया गया। विपिन की माँ ने अब कोर्ट से अपने बेटे की रिहाई की गुहार लगाई है। SHO गौंडा का कहना है कि लड़की के कोर्ट में दिए बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। DSP राघवेंद्र सिंह के मुताबिक लड़की के DNA की जाँच करवाई जाएगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया