पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का प्रवचन सुन रुखसाना बनी रुक्मिणी, बोले बागेश्वर सरकार- हम पाकिस्तान को भी हिंदू राष्ट्र बनवाएँगे

सूरत के दिव्य दरबार में बागेश्वर बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (फोटो साभार: @bageshwardham)

बागेश्वर सरकार (Shri Bageshwar Dham Sarkar) पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अब पाकिस्तान को भी हिंदू राष्ट्र बनवाने की बात कही है। गुजरात में कथा के दौरान उन्होंने यह बात कही। वहीं जिस बिहार से वह हाल ही में हनुमंत कथा करके लौटे हैं, वहाँ की एक मुस्लिम लड़की ने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया है। रुखसान से रुक्मिणी बनी इस युवती का कहना है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) के प्रवचन से उसे हिंदू धर्म स्वीकार करने की प्रेरणा मिली है।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) सरकार धीरेंद्र शास्त्री का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें वे कह रहे हैं, “गुजरात के पागलो, एक बात तुम अपनी जिंदगी में याद रखना। हम ना तो तुम्हारे पास धन लेने आए हैं, ना हम तुम्हारे पास सम्मान लेने आए हैं। हम तो तुम्हें अपनी जेब से हनुमान देने आए हैं। मेरे सुखधाम के पागलो एक बात तुम अपनी जिंदगी में याद रखना, जिस दिन गुजरात के लोग इसी तरह संगठित हो जाएँगे, भारत क्या हम तो पाकिस्तान भी हिंदू राष्ट्र बनवाएँगे।”

बागेश्वर बाबा (Bageshwar Baba) का यह वीडियो उनके यूट्यूब चैनल से लिया गया है। इस समय वे गुजरात के दौरे पर हैं। यह वीडियो उनके सूरत के दरबार का बताया जा रहा है। यह पहला मौका है जब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पाकिस्तान (Dhirendra Shastri on Pakistan) को हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर टिप्पणी की है। अपने मंचों से वे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की प्रतिबद्धता कई बार दोहरा चुके हैं।

इससे पहले बिहार की कथा से उन्होंने हिंदू राष्ट्र का रोडमैप बताया था। उन्होंने कहा था, “बिहार की आबादी 13 करोड़ है। यदि सिर्फ 5 करोड़ लोग ही अपने मस्तक पर तिलक लगाकर निकले और अपने घरों पर धर्म ध्वज लगा लें तो भारत हिंदू राष्ट्र बनने की तरफ अग्रसर हो जाएगा।”

इस बीच पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से प्रभावित होकर बिहार के मुजफ्फरपुर की 22 वर्षीय रुखसाना ने हिंदू धर्म स्वीकार किया है। उसका नया नाम रुक्मिणी है। उसने हाजीपुर में वैशाली के रहने वाले अपने प्रेमी रोशन कुंवर के साथ गंडक नदी में डुबकी लगाई। फिर मंदिर में हिंदू रीति रिवाजों से दोनों ने शादी की। पढ़ाई के दौरान दोनों में प्रेम हुआ था। युवती ने दैनिक भास्कर को बताया, “मुझे बाबा बागेश्वर से इस धर्म को स्वीकार करने की प्रेरणा मिली है। उनका कार्यक्रम सुनकर प्रेरणा मिली है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया