दलित बच्चों को खाने में गौमांस, पढ़ने के लिए बाइबल… इनकार पर दबाते थे गला: 48 घंटों में एसपी से NCPCR ने माँगा जवाब

बच्चों को बीफ खिलाने और जबरन बाइबल पढ़ाने का आरोप

मध्य प्रदेश के सागर जिले में दलित समाज के नाबालिग बच्चों पर धर्मान्तरण के दबाव और उन्हें जबरन गौमांस (बीफ, Beef) खिलाने और जबरन बाइबल पढ़ाने की घटना सामने आई है। यह मामला श्यामपुरा के सेवाधाम आश्रम का है। अब इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने संज्ञान लिया है। आयोग ने पुलिस अधीक्षक सागर को कार्रवाई के आदेश देते हुए 48 घंटों के भीतर जवाब माँगा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेंट फ्रांसिस सेवाधाम के खिलाफ कैंट थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है। शिकायतकर्ता भाई-बहन हैं, जो वहाँ लगभग 18 महीने से रह रहे थे। गौमांस न खाने और बाइबिल ने पढ़ने पर उन्होंने अपने साथ उत्पीड़न होने की बात कही है।

पीड़ित बच्चों के पिता देशराज ने इसकी शिकायत राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग में की थी। इस मामले में आयोग ने कहा है कि सागर जिले से मिली शिकायत को बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम 2005 की धारा 13 के नियमानुसार लिया गया है। इसमें बच्चों ने पिता से पिटाई की भी बात बताई है।

एक स्थानीय पोर्टल द सूत्र के मुताबिक, “बच्चे दलित समाज (अनुसूचित जाति) के हैं। शिकायत के बाद बच्चों को स्कूल से निकाल कर उनके पिता को सौंप दिया गया है। यह सेवाधाम कैंट थाना के बरारू इलाके में आता है। यहाँ सूअर का भी मांस खिलाया जाता है। मांस सेवाश्रम के अंदर ही काटा जाता है। बच्चों को लॉकेट पहना कर चर्च ले जाया जाता है। कुछ भी इनकार करने पर गर्दन तक दबा दी जाती है।”

इस मामले पर स्थानीय हिन्दू समाजसेवी ओंकार सिंह के मुताबिक, “पहले इसी स्थान के फादर रोजन पर धर्मान्तरण के आरोप लग चुके हैं। तब 70 बच्चों के नाम के आगे धर्म के स्थान पर क्रिश्चियन लिख दिया गया था और इन सभी 70 बच्चों के पिता के नाम के आगे एक ही व्यक्ति का नाम था – रोशन क्रिश्चन। इस मामले में जाँच समिति बनाई गई थी, जिसने अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की। सेवाधाम आश्रम के संचालन की मान्यता साल भर पहले ही रद्द हो चुकी है। इसकी लीज भी बहुत पहले समाप्त हो गई है।”

सागर जिले के एडिशनल SP विक्रम सिंह के अनुसार गौमांस खिलाने और धर्मान्तरण के लिए प्रेरित करने की शिकायत पर बच्चों और उनके पिता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। मामले की जाँच की जा रही है। जाँच के बाद जो कुछ भी निकल कर सामने आएगा, उस पर नियमानुसार करवाई की जाएगी।

गौरतबल है कि इससे पहले भी सागर जिले में एक हिन्दू युवक को उसी के ससुराल वालों ने पत्नी पाने के बदले ईसाई बनने का दबाव बनाया था। इसी के साथ कुछ दिन पहले विदिशा जिले के एक स्कूल में धर्मान्तरण की शिकायत पर हिन्दू संगठनों ने हंगामा किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया