रो रही थी बेटी तो महिला ने कैंसिल कर दी राइड, WhatsApp पर कैब ड्राइवर ने नंगी फोटो और वीडियो की लगा दी झड़ी: बेंगलुरु की घटना

प्रतीकात्मक तस्वीर

राइड शेयरिंग ऐप के जरिए कैब बुक करने पर राइड कैंसिल करना सामान्य सी बात है। कई बार तो ड्राइवर खुद भी ऐसा करते हैं। कुछ मामलों में राइड कैंसिल करने पर यूजर्स से चार्ज भी वसूला जाता है। लेकिन बेंगलुरु में कैब राइड कैंसिल करने पर महिला कस्टमर के व्हाट्सऐप नंबर पर ड्राइवर ने नंगी तस्वीरों और वीडियो की झड़ी लगा दी।

32 साल की पीड़ित महिला ने इसको लेकर 9 अक्टूबर 2023 को पुलिस से शिकायत की। इसके आधार पर आईपीसी की धारा 354 ए यौन उत्पीड़न और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपित की पहचान दिनेश के तौर पर हुई है। उसकी तलाश की जा रही है।

महिला के अनुसार उन्होंने 7 अक्टूबर को अपनी बेटी को स्कूल से ले जाने के ऐप के जरिए कैब राइड बुक की थी। उन्होंने बताया, “मेरी बेटी पैदल नहीं चलना चाहती है तो मैंने कैब बुक किया। बुकिंग के तीन मिनट बाद मेरी बच्ची रोने लगी। एक ऑटो दिखने पर मैने राइड कैंसिल कर दी। इसके लिए मेरे से 60 रुपए का चार्ज भी लिया गया।”

लेकिन राइड कैंसिल करते ही महिला की मुश्किलें शुरू हो गई। ड्राइवर उन्हें बार-बार कॉल करने लगा। उनसे कहा कि वह 5 किमी की दूर तय कर चुका है और उनके लोकेशन के करीब ही है। पीड़ित महिला के अनुसार उन्होंने इसके बाद ड्राइवर से माफी भी माँगी। बावजूद दो दिनों तक ड्राइवर उनको अश्लील मैसेज भेजते रहा।

महिला ने बताया कि उन्होंने कैब ड्राइवर से कहा था कि उनकी बच्ची रो रही है। वह जल्दी आए। उन्होंने दो मिनट तक इसके बाद उसका इंतजार भी किया। लेकिन कहीं कैब नजर नहीं आने के बाद उन्होंने ऑटो रिक्शा ले लिया था।

महिला की मजबूरी और माफी के बावजूद ड्राइवर उन्हें लगातार कॉल और मैसेज करता रहा। पीड़ित महिला बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी के पास बासपुरा में एक अपार्टमेंट में रहती हैं। उनके पास व्हाट्सऐप से डाउनलोड की गई फोटो का स्क्रीनशॉट था जो ड्राइवर ने उन्हें भेजा था। उन्होंने बताया, “मुझे रोता देख पड़ोसियों ने मेरा फोन ले लिया और ड्राइवर को डाँटा। पड़ोसियों ने उसे चेतावनी देते हुए कहा कि उनके पास सभी मैसेज के स्क्रीनशॉट हैं। इसके बाद ड्राइवर ने तुरंत सारे मैसेज डिलीट कर दिए।”

पीड़ित महिला ने पूछा है कि राइड कैंसिल करने के बाद ड्राइवर के पास उनका नंबर कैसे गया। पुलिस ने भी एग्रीगेटर से ड्राइवर का डिटेल मुहैया कराने को कहा है। उल्लेखनीय है कि सामान्य तौर पर राइड बुक करने पर न तो कस्टमर के पास ड्राइवर का नंबर आता है और न ही ड्राइवर के डायरेक्ट एक्सेस में कस्टमर का नंबर होता है। एग्रीगेटर कंपनी के ऐप जरिए दोनों की बात होती है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया