पाइप पर धार्मिक झंडा लगा दिया तो क्या पाप कर दिया?: टिकैत ने 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान करते हुए दिखाए तेवर

किसान संगठनों ने फिर किया भारत बंद का ऐलान

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने शुक्रवार यानी 26 मार्च 2021 को ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है। संयुक्‍त किसान मोर्चा ने बताया कि किसान आंदोलन के 4 महीने पूरे होने पर ‘भारत बंद’ किया जा रहा है- 26 मार्च को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक भारत बंद होगा। इस दौरान सड़क और रेल परिवहन, बाजार और दूसरे सार्वजनिक स्थानों को बंद रखने का प्लान है।

बता दें कि किसानों का यह आंदोलन पिछले साल 26 नवंबर को शुरू हुआ था। कल इस प्रदर्शन के 4 माह पूरे हो रहे हैं। ऐसे में बंद का आह्वान करते हुए किसान संगठनों ने कहा कि सिर्फ अपातकालीन सेवाएँ जारी रहेंगी बाकी सबकुछ बंद रखा जाएगा। रेल, सड़क मार्च सब चक्का जाम होगा। 

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गौरतलब है कि एक ओर जहाँ सभी किसान संगठन बार-बार भारत बंद की बात कर रहे हैं। वहीं इसी बीच राकेश टिकैत ने हरियाणा के रोहतक में किसान महापंचायत में सरकार पर निशाना साधते हुए कथित किसानों को भड़काने का काम किया। उन्होंने कहा कि यदि कोई सरकारी एजेंसी किसानों (Farmers) को डराने की कोशिश करे तो उन्हें बंधक बना लो। 

टिकैत ने अपनी बात रखते हुए 26 जनवरी को लाल किले पर हुई अराजकता को भी अप्रत्यक्ष तौर पर समर्थन दिया। टिकैत ने कहा कि एक पाइप पर धार्मिक झंडा लगा दिया तो क्या पाप कर दिया। लालकिला तो सरकार पहले ही बेच चुकी है। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सीएम खट्टर में हिम्मत है तो हेलिकॉप्टर से नीचे उतरकर दिखाए।

टिकैत ने सभा में मौजूद लोगों को उकसाते हुए महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के घर हुई छापेमारी का मुद्दा उठाया। वह बोले कि जब बलराज ने किसान आंदोलन का समर्थन किया और विधानसभा में कृषि कानूनों के विरोध में आवाज उठाई तो सरकार ने इनकम टैक्स की छापेमारी करवा दी, लेकिन अब बलराज कुंडू या अन्य किसी नेता के घर पर कोई भी विभाग छापेमारी करने आए तो उनके अधिकारियों को बंधक बना लेना।

इससे पहले टिकैत ने जयपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से दिल्ली आने का और बैरिकेड्स तोड़ने की बात कही थी। टिकैत ने जयपुर में कहा, “ उन्होंने (केंद्र) हमें जाति और धर्म के आधार पर बाँटने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे। आपको अह्वान करने पर फिर दिल्ली जाना होगा और फिर बैरिकेड्स तोड़ने होंगे।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया