जंगल में 8 किमी पैदल चले जवान, फिर मिली वह गुफा जिसमें नक्सलियों ने छिपा रखा था हथियार और विस्फोटकों का जखीरा: छत्तीसगढ़ में बड़ी साजिश विफल

सुकमा में नक्सिलों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार बरामद (फोटो साभार : Tribune/Nai Dunia)

लोकसभा चुनाव 2024 में गड़बड़ी फैलाने में जुटे नक्सलियों को बड़ा झटका लगा। नक्सलियों के ठिकाने से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है। सुरक्षा बलों ने विशेष अभियान चलाकर सुकमा की एक गुफा में छिपाकर रखे गए बैरल ब्रेनेड लॉन्टर और ग्रेनेड्स समेत भारी मात्रा में हथियारों को जब्त कर लिया। इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सुरक्षा बलों को करीब 8 किमी दूर जंगल में ऑपरेशन चलाना पड़ा। जो कि पूरी तरह से सफल रहा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुकमा के तोंडामरका व डब्बामरका इलाकों में नक्सलियों के मूवमेंट की सूचना मिल रही थी, साथ ही भारी मात्रा में हथियारों की भी जानकारी मिल रही थी। इसके बाद पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन ने ये ऑपरेशन चलाया और नक्सलियों के हथियार डिपो नुमा ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किए। ये गुफा एक पहाड़ी के नीचे थी, जो नक्सलियों के कब्जे में थी। सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने इस ऑपरेशन की पुष्टि की और कहा कि नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम कर दी गई और आगामी दिनों में आपरेशन और तेज किए जाएँगे।

बरामद हथियारों में बीजीएल लांचर एक, बीजीएल प्रोजेक्टर 22, बीजीएल राउंड 4, बीजीएल राउंड नॉर्मल 57, बीजीएल राउंड स्मॉल 12, बीजीएल कार्टेज 4, बीजीएल नट 7, वायरलेस सेट 5, वायरलेस संट चार्जर 3, वोल्ट मीटर 3, सेफ्टी फ्यूज ग्रीन 10 मीटर, सेफ्टी फ्यूज ब्लैक 5 मीटर, नॉन इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर 105, जिलेटिन 200, गन पाउडर 30 किलोग्राम और विसल कोर्ड 10 सहित 60 आइटम बरामद हुए हैं।

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुँचाने के लिए बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (बीजीएल) बनाया है। वो इससे सुरक्षाबलों के कैंप पर ताबड़तोड़ हमले करते हैं। इसे स्थानीय स्तर पर तैयार करने में भी नक्सलियों को सफलता मिल गई थी।

पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने कहा कि सीआरपीएफ के साथ अन्य सुरक्षा बलों ने सात अप्रैल को सर्च अभियान शुरू किया था। डुब्बा मरका सीआरपीएफ कैंप से एफ 208 कोबरा, ई 212 एवं डी 241 कंपनियाँ, डुब्बा मरका और बीरम के जंगलों की तरफ रवाना हुई थीं। सुरक्षा बलों के पास ऐसा इनपुट भी था कि नक्सली घने जंगल में घात लगाकर हमला कर सकते हैं।

बता दें कि इस ऑपरेशन के दूसरे ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बस्तर में बड़ी जनसभा को संबोधित किया है। माना जा रहा है कि नक्सली लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान हिंसा फैलाने की तैयारी कर रहे थे। सुकमा में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता से उनके मंसूबों पर पानी फिर गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया