शौच के लिए निकली नाबालिग लड़की का मो. रब्बान ने किया अपहरण, लाचार पिता ने कहा- कोई नहीं कर रहा मदद

नाबालिग का अपहरण (प्रतीकात्मक तस्वीर)

बिहार के मधुबनी जिले के थाना बेनीपट्टी से एक नाबालिग लड़की के गायब होने का मामला सामने आया है। लड़की के पिता का आरोप है कि पिछले महीने एक दूसरे समुदाय के लड़के ने उनकी बेटी का अपहरण किया था। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत भी की। लेकिन, पुलिस ने जवाब दिया कि वह मामले में जाँच कर रहे हैं। यदि घरवाले कोई एक निश्चित जगह बता दें तो वह जाकर लड़की को ले आएँगे।

ये पूरा मामला गाँव अंधरी दामोदरपुर का है। लड़की का अपहरण 17 फरवरी 2021 को हुआ था। लड़की के पिता कहते हैं कि वह अपनी बेटी का रिश्ता तय कर चुके थे। कुछ दिन पहले वह सब रिश्तेदारी में गए थे, जहाँ उनकी लड़की शाम 5 बजे शौच के लिए गई, तभी मो रब्बान मुजफ्फपुर से बाइक से आया और उनकी बेटी को उठा ले गया। 

वह कहते हैं कि शुरूआत में उन्हें कुछ नहीं पता था लेकिन बहुत समय बीतने के बाद जब वह नहीं लौटी, तो घर में रोना शुरू हो गया। वह लोग घर भी लौट आए और खोजबीन शुरू हुई। इस बीच आरोपित के पिता के मुँह से उन्होंने सुना कि उनका बेटा भी घर से गायब है, जिसे सुन उन लोगों का शक गहराया। वह लोग लड़के को फोन करने लगे, लेकिन कभी फोन मिलता, कभी फोन स्विच ऑफ आता। 

एक दिन नाबालिग के पिता ने लड़के को पहचान छिपाकर फोन किया, तो उससे कहा, ‘जिस लड़की को ले गए हो उसे दे जाओ’ इतना सुनते ही दूसरी ओर से फोन काट दिया गया और दोबारा कोई बात नहीं हो पाई।

गाँव के मुसलमान इसमें शामिल हैं, पुलिस भी नहीं कर रही कार्रवाई: लड़की के पिता

ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़िता के पिता कहते हैं कि उनका साथ इस समय कोई नहीं दे रहा है। गाँव के मुसलमान इसमें शामिल हैं। कोई नहीं बता रहा है कि लड़के का ननिहाल कहाँ पर है। लड़के के पिता भी कोलकाता में रहते हैं। गाँव में कोई नहीं है जो उनकी मदद करे। लड़के के दोस्त भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

लड़की के पिता ने पूरे मामले के संबंध में पुलिस के पास शिकायत लिखवाई है। शिकायत में उन्होंने बताया है कि उनके गाँव के ही 22 साल के मोहम्मद रब्बान ने अपने अब्बा मोहम्मद साकिम व अम्मी के साथ मिलकर उनकी लड़की का शादी की नीयत से अपहरण किया है। वह पहले भी उनकी बेटी से छेड़छाड़ करता था, जिसे लेकर वह सकीम से शिकायत भी कर चुके थे। उन्हें यकीन है ये काम मो रब्बान का ही है। 

पुलिस कार्रवाई पर पूछने पर लड़की के पिता निराश होकर कहते हैं कि पुलिस से कहते हैं तो वो लोग कहते हैं, “तुम बेटी को खोजो, मिल गई तो साथ लेकर आ जाएँगे। जहाँ भी तुम कहोगे, हम लेकर जाएँगे।”

यहाँ बता दें कि ऑपइंडिया के पास इस पूरे मामले की एफआईआर व लड़की के नाबालिग होने के प्रमाण हैं। लड़की की उम्र एफआईआर में लगभग 18 लिखी गई है। लेकिन वास्तविकता में उसकी उम्र 17 साल 9 महीने है। हमने पीड़ित परिवार से बात करने के बाद इस मामले की जाँच में जुटे पुलिस अधिकारी बीरेंद्र तिवारी से भी बात की।

मामले में कार्रवाई को लेकर पूछे जाने पर पुलिस बताती है कि उनकी ओर से जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जब तक उन्हें कोई कुछ बताएगा नहीं, तब तक वो कैसे आगे कार्रवाई करेंगे। लड़के के घर पर जाते हैं लेकिन वहाँ ताला लगा है। लड़की का भी कोई फोन नहीं आया जिससे कुछ पता चल सके। लड़की की जैसे ही सूचना मिलेगी तुरंत उसे बरामद कर लिया जाएगा।

मामले में एक ग्रामीण कपिल कुमार मंडल सवाल उठाते हैं कि घटना को 1 महीने से ज्यादा का समय बीत गया है, पुलिस को अब तक लड़के ननिहाल तक का पता नहीं चला। उनके पास कोई सूचना नहीं है। लड़की के पिता सिर्फ़ शिकायत लिखाकर बैठे हैं इस उम्मीद में कि कार्रवाई होगी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।

मधुबनी से पहले भी आ चुके हैं ऐसे दो मामले

बता दें कि बिहार के मधुबनी जिले से पिछले दिनों नाबालिग के अपहरण के दो और मामले सामने आए थे। एक खिरहर थाना क्षेत्र अंतर्गत बालाराही से एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के गायब होने का मामला सामने आया था। जहाँ लड़की ट्यूशन पढ़ने निकली थी और छानबीन में पता चला कि एक दूसरे समुदाय के मोहम्मद शोएब ने अपहरण किया था।

इससे पूर्व सितम्बर 2020 में “बिहार के मधुबनी ज़िले से अपहृत हुई बच्ची के मामले में ऑपइंडिया की खबर पर राष्ट्रीय बाल आयोग ने संज्ञान लिया था, जिसके बाद बच्चे का बचाव कर लिया गया था। उसकी बरामदगी अहमदाबाद से हुई थी। आरोपित को भी गिरफ़्तार किया गया था। ये मामला बिहार के मधुबनी जिले के हरलाखी थानांतर्गत नहरनियाँ गाँव का था। आरोपित साबिर ने पीड़िता के पिता को लड़की के इस्लामी धर्मांतरण की धमकी भी दी थी।