नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के बाद हत्या: मुँह में बाँधा गमछा, पत्थर से किए चेहरे पर कई प्रहार…

नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के बाद हत्या (प्रतीकात्मक चित्र)

26 मई को बिहार के जमुई जिले में एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की मीना (बदला हुआ नाम) के साथ बलात्कार करने और फिर बेरहमी से उसकी हत्या करने की ख़बर सामने आई थी। दिल दहला देने वाला मामला झाझा-प्रखंड के जामोखरेया गाँव का है। गाँव से कुछ दूरी पर बदमाशों ने मिलकर एक 15 वर्षीय नाबलिग लड़की के मुँह में गमछा बाँधकर बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। इसके अलावा हमलावरों ने लड़की के चेहरे पर पत्थर से कई प्रहार भी किए।

जामुखरैया गाँव के शत्रुघ्न सिंह की पुत्री मीना अपने घर से शौच करने के लिए सुबह 8 बजे निकली और जब वो घंटो बाद भी वापस नहीं आई तो घरवालों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। लगभग दो घंटे बाद ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली कि इस्लामनगर और जामोखरेया गाँव के बीच बने जोना अहरा (पोखर) मे एक लड़की का शव पड़ा हुआ है। शव देखने के बाद लोगो को आशंका था कि नाबालिग के साथ पहले दुष्कर्म किया गया है, उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद परिजन एवं ग्रामीण घटना-स्थल पर पहुँचे, जहाँ उसकी पहचान हो गई। घटना की जानकारी पूरे गाँव मे आग तरह फैल गई और गाँव वालों ने इसकी सूचना तुरंत झाझा थाने को दी।

इसके बाद, थानाध्यक्ष दलजीत झा, एसआई पंकज कुमार दल-बल के साथ घटना-स्थल पर पहुँचे और शव को क़ब्ज़े में ले लिया। पुलिस ने घटना-स्थल पर मौजूद लोगों से भी पूछताछ की। पूछताछ के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये जमुई भेज दिया। मृतका की माँ और बड़ी बहन का रो-रो कर बुरा हाल है और इस वजह से वो बार-बार बेहोश हो जाती हैं। फ़िलहाल, गाँव में दहशत का माहौल बना हुआ है।

पीड़ित परिवार को लगातार केस वापस लेने की धमकी मिल रही है। मीना (बदला हुआ नाम) की माँ ममता सिंह ने बताया कि उनके परिवार पर केस उठाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। क्षत्रिय महासभा के प्रदेश महामंत्री विशाल सिंह तथा विनोद यादव के अनुसार, दुष्कर्म एवं हत्या के इस मामले में पीड़ित परिवार की सुरक्षा पुलिस के लिए प्राथमिकता है जिससे मृतका का परिवार सुरक्षित रह सके। उन्होंने पीड़ित परिजन को डालसा के तहत तीन लाख रुपए मुआवजा देने की भी माँग की।

मृतका की माँ और उसकी बड़ी बहन शबनम कुमारी ने बताया कि उसकी छोटी बहन (मृतका) घर की कामकाज करने के बाद सुबह 8 बजे घर के बगल से दूध लेकर घर आई और पेट दर्द की बात करते हुए शौच के लिए बाहर चली गई। काफ़ी समय गुज़रने के बाद जब वो घर नहीं लौटी तो उन्होंने अपने रिश्तेदार से मीना के घर वापस न लौटने की बात कही। इसके बाद परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। लड़की के पिता पानीपत में अपने भाई कैलाश के साथ एक कपडे़ की दुकान मे काम करते हैं। मृतका केशापुर विधालय में दसवीं कक्षा की छात्रा थी जो अगले वर्ष परीक्षा देनी वाली थी।

पुलिस को घटना-स्थल से ख़ून से सना एक पत्थर, ठंडे पेय पदार्थ की दो बोतल और एक प्लास्टिक का गिलास मिला है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस मामले की जाँच में जुटी हुई है, जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा और अपराधी पुलिस की हिरासत में होगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया