किशनगंज में 7वीं के प्रश्न-पत्र में कश्मीर को फिर बताया अलग देश, जिले के 37 स्कूलों में रविवार की बजाए जुमे को मिलती है छुट्टी

नीतीश कुमार और किशनगंज का प्रश्नपत्र (फोटो साभार: आजतक/हिंदुस्तान)

बिहार (Bihar) के शिक्षा विभाग की एक करतूत सामने आई है, जिसमें उसने कश्मीर (Kashmir) को भारत से अलग एक स्वतंत्र देश बताया है। मुस्लिम बहुल बिहार के सीमावर्ती जिले किशनगंज में सातवीं कक्षा के लिए आयोजित अर्धवार्षिक परीक्षा में अंग्रेजी के प्रश्नपत्र में कश्मीर को स्वतंत्र देश बताया गया है।

बिहार शिक्षा बोर्ड द्वारा सरकारी स्कूलों के कक्षा 7 के प्रश्नपत्र के अनुसार, कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है, बल्कि एक अलग देश है। छात्रों से परीक्षा में पूछा गया कि पाँच देशों- चीन, नेपाल, इंग्लैंड, कश्मीर और भारत के लोगों को क्या कहा जाता है।

गौरतलब है कि किशनगंज जिले के माध्यमिक विद्यालयों में सर्व शिक्षा अभियान (Sarv Shiksha Abhiyan) के तहत परीक्षा आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (BEPC) द्वारा आयोजित की जाती है। स्कूल के हेड टीचर एसके दास ने कहा कि ‘क्वेश्चन पेपर’ बिहार एजुकेशन बोर्ड से आया है।

बिहार में इस कश्मीर को भारत को अलग देश दिखाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले साल 2017 में भी इस तरह का मामला प्रकाश में आया था। इसी सवाल को उस समय भी पूछा गया था। इसके बाद काफी बवाल मचा था। इसके बाद बोर्ड ने इसे मानवीय भूल बताकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की थी।

इस मामले में जिलाधिकारी ने DDC की अध्यक्षता में जाँच शुरू की है। जाँच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर यह गलती किस स्तर पर हुआ है। स्थानीय स्तर पर प्रश्न पत्र तैयार करने में ऐसे सवाल कैसे पूछा गया। कहीं पुराने सवाल को उठाकर फिर से नए सत्र में पूछे जाने के कारण यह चूक तो नहीं हुई।

पाँच साल बाद फिर वही गलती होने पर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली JDU-RJD गठबंधन सरकार पर हमला बोला है। घटना सामने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि प्रश्न ही बताता है कि बिहार सरकार और उसके पदाधिकारी कश्मीर को भारत का अंग नहीं मानते हैं।

संजय जायसवाल ने कहा कि इसका सबूत सातवीं कक्षा का बिहार शिक्षा परियोजना परिषद का प्रश्न पत्र है। बच्चों के दिमाग में यह बात डालने की कोशिश की जा रही है कि जिस प्रकार चीन, इंग्लैंड, भारत, नेपाल एक देश हैं, वैसे ही कश्मीर भी एक अलग देश है।

किशनगंज जिला के भाजपा अध्यक्ष सुशांत गोप ने इसे घोर निंदनीय बताते हुए कहा कि गठबंधन सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों के मन में भारत और कश्मीर को अलग दिखाने का प्रयास किया गया है और भूल वश नहीं हुआ, बल्कि नीतीश कुमार की सरकार ने साजिश के तहत किया है। गोप ने कहा कि कश्मीर के लिए कितनी माँओं की गोदी सूनी हो चुकी हैं, फिर भी नीतीश कुमार सरकार द्वारा इस तरह का कृत्य किया जा रहा है।

बीजेपी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अंकित सिंह ने कहा कि इस मामले से केंद्रीय शिक्षा मंत्री को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिसने भी इस तरह का प्रश्न पत्र तैयार किया है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है।

भाजपा नेताओं ने कहा कि मामले से पार्टी को अवगत कराया जाएगा कि किशनगंज में ही ऐसा क्यों हो रहा है? बता दें कि हाल ही में जिला के कई सरकारी स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को अवकाश घोषित कर दिया गया था। मुस्लिम बहुल इस जिले के 37 स्कूलों में अभी भी रविवार की जगह शुक्रवार को अवकाश हो रहा है।

वहीं, AIMIM के नेता शाहिद रब्बानी ने कहा कि यह प्रिंटिंग मिस्टेक हो सकता है। इसमें सरकार को दोष देना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पता लगाया जाना चाहिए कि यह गलती भूल वश हुई या जानबूझकर की गई है। यह जानबूझकर की गई है तो जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया