सरस्वती प्रतिमा को विसर्जित करने निकले थे हिंदू, कसाई मोहल्ला में बरसे पत्थर; एसिड अटैक का भी दावाः दरभंगा से लेकर सीतामढ़ी तक उपद्रव

दरभंगा में सरस्वती प्रतिमा का विसर्जन करने जा रहे समूह पर पत्थरबाजी (फोटो साभार : X_swati_gs)

बिहार के दरभंगा और सीतामढ़ी में 15 फरवरी 2024 को माँ सरस्वती की मूर्ति के विसर्जन के दौरान पथराव और झड़प की घटनाएँ सामने आई हैं। इसमें पहली घटना दरभंगा की है, जहाँ मूर्ति विसर्जन के लिए निकले जुलूस पर पत्थरबाजी की गई और तेजाब फेंका गया। बताया जा रहा है कि जब मूर्ति विसर्जन के लिए जुलूस मस्जिद से थोड़ी दूर पहले मुड़ रहा था, तभी उस पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये घटनाक्रम भालपट्टी ओपी के मुड़िया पंचायत स्थित कसाई टोला का है। यहाँ शाम करीब 5 बजे मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहे लोग पर पत्थरबाजी की गई। बताया जा रहा है कि मूर्ति विसर्जन के रास्ते से दो ट्रैक्टरों को पहले भी लौटाया जा चुका था। पत्थरबाजी की इस घटना में काफी लोग घायल हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक पत्थरबाजी शुरू होते ही अचानक भगदड़ मच गयी, लोग प्रतिमा को छोड़कर वहाँ से भागे। इस दौरान सरस्वती प्रतिमा को भी तोड़ दिया गया, जिसके बाद लोग भड़क उठे। इसके बाद भीड़ ने घरों-दुकानों में भी तोड़फोड़ की। इस दौरान कई गाड़ियों को भी निशाना बनाने की बात आई। उपद्रव की सूचना मिलते ही दरभंगा के डीएम, एसएसपी और भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुँचा और लोगों को शांत कराया।

भालपट्टी थाना में तैनात प्रिंस कुमार यादव ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा, “यात्रा के मार्ग परिवर्तन को लेकर अचानक तनाव हो गया। यात्रा कसाई मोहल्ले से होकर गुजर रही थी, तभी पत्थरबाजी की जाने लगी।” जब ये पूछा गया कि क्या यात्रा किसी मस्जिद के पास से होकर गुजर रही थी, तो उन्होंने साफ तौर पर इस बात को नकारा। उन्होंने कहा, “लोग मस्जिद के पास पहुँचे नहीं थे, फिर भी ये हमला हुआ।” इस मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

डीएम राजीव रौशन ने कही ये बात

इस बवाल के बाद दरभंगा के डीएम राजीव रौशन खुद पूरी रात उपद्रव की जगह पर कैंप करते रहे। मीडिया से बातचीत में डीएम राजीव रौशन ने कहा, “मुरिया पंचायत में प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। हमने दोनों पक्षों से बातचीत की और विसर्जन के काम को आगे बढ़ाया।” उन्होंने आगे बताया, “प्रतिमा विसर्जन का रास्ता कहाँ से मुड़ना है, कोई पाँच कदम आगे, तो कोई थोड़ा पीछे, यहीं से ये विवाद शुरू हुआ, जिसमें पथराव हो गया। कई घरों के शेड भी टूटे हैं।” डीएम ने कहा कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। तेजाब फेंकने की बात पर उन्होंने कहा कि ऐसी बात सामने आ रही है, जाँच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

दरभंगा सदर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने बताया, “शाम लगभग पाँच बजे भालपट्टी थाना के मुरिया गाँव में सरस्वती प्रतिमा के विसर्जन के दौरान दो पक्षों में झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल भी हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही वरीय अधिकारी मौके पर पहुँचे। मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है और मजिस्ट्रेट भी नजर रख रहे हैं। जाँच के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मौके पर शांति है।”

सोशल मीडिया पर हमले से जुड़े वीडियो तेजी से हो रहे वायरल

त्रीनि नाम के यूजर ने लिखा, “इस्लामिक भीड़ ने सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन यात्रा पर हमला कर दिया। उन्होंने माँ सरस्वती की मूर्ति को तोड़ डाला। इस दौरान हिंदुओं के घरों पर हमले हुए, कई लोग घायल हो हुए।”

स्वराज्य की पत्रकार स्वाति शर्मा गोयल ने दरभंगा हिंसा से जुड़े वीडियो शेयर किए। उन्होंने इस घटनाक्रम के बार में लिखा, “ये वीडियो बिहार के दरभंगा की हैं। यहाँ सरस्वती पूजा कार्यक्रम के दौरान कसाई मोहल्ला पहुँचते ही हमला कर दिया गया। एक हिंदू त्यौहार को हिंसक घटनाक्रम में बदल दिया गया, जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं।” उन्होंने आगे ऐतिहासिक गलतियों का भी जिक्र किया है।

सीतामढ़ी में भी बवाल, कई लोग घायल

दरभंगा की तरह ही सीतामढ़ी से ही ऐसी ही घटना सामने आई। भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, सीतामढ़ी के परिहार थाना क्षेत्र में माता सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन करने जा रहे समूह पर पत्थरबाजी की गई। ये घटनाक्रम मसहा टोला वार्ड नंबर 13 का है। जानकारी के मुताबिक, प्रतिमा विसर्जन के लिए निकाली गई यात्रा पर पथराव हुआ, तो जवाब में दूसरी तरफ से भी पत्थर फेंके गए। इसमें कई लोग घायल भी हो गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष राजकुमार गौतम ने स्थिति को संभाला। फिलहाल यहाँ भी स्थिति नियंत्रण में है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया