मुंबई में कारोबारी इरफ़ान ने SUV से 5 लोगों को रौंदा, मरता छोड़ कर हो गया फरार: कोलकाता में बबलू खान ने श्रद्धालुओं पर चढ़ा दी थी बस

घटनास्थल और इरफान (फोटो साभार: IE/TOI)

मुंबई में तेज गति से कार से पाँच लोगों की हत्या और कई लोगों को जख्मी करने वाले की पहचान बिजनेसमैन इरफान अब्दुल बिल्किया के रूप में हुई है। मुंबई पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। जाँच के दौरान पता चला कि कई तरह के ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में उसकी गाड़ी पर 36,800 रुपए का जुर्माना है, जिसे इरफान ने अभी तक भरा नहीं है।

जाँच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि बांद्रा-वर्ली सी लिंक रोड पर अपनी तेज स्पीड कार से घटना को अंजाम देने के बाद वह एक एंबुलेंस से मौके से फरार हो गया था। दरअसल, घटनास्थल पर आई एंबुलेंस में खुश को जख्मी बताकर सवार हो गया और बिना नाम बताए वह वहाँ से फरार हो गया। इस दौरान उसने ने पुलिस को अपना नाम ही बताया और ना ही घायलों की मदद के लिए रूका।

पुलिस ने बताया कि इरफान बुधवार की तड़के जोगेश्वरी से SUV में सवार होकर दक्षिण मुंबई स्थित अपने घर जा रहा था। वह जोगेश्वरी में अपने अपने चचेरे भाई से मिलने गया था। यह गाड़ी उसके भाई आसिफ की थी।

आरोपित के वकील ने बताया कि इरफान चार लेन वाली सड़क के वह दूसरी लेन में गाड़ी चला रहा था। इसी दौरान उसने अपने मोबाइल को चार्ज करने के लिए चार्जर को सॉकेट में लगाने की कोशिश कर रहा था। इससे उसका कार पर से नियंत्रण खत्म हो गया और यह दुर्घटना हो गई।

आरोपित की लापरवाही के कारण उसकी SUV कार कई गाड़ियों को टक्कर मारती हुई दूसरी लेन से चौथी लेन में आ गई। इस दौरान जिन गाड़ियों में से उसकी कार से टक्कर हुई, उसमें सवार कई लोग मारे गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के बाद मौके पर कई वाहन पहुँच गए, जिनमें पुलिस की गाड़ी और एंबुलेंस भी थी। इस दौरान इरफान ने ना ही किसी की मदद की और ना ही पुलिस को अपने बारे में जानकारी दी और एक एंबुलेंस में घायलों के साथ सवार होकर वह वहाँ से भाग गया।

एंबुलेंस ने घायलों के नायर अस्पताल में इलाज के लिए उतारना शुरू किया तो इरफान वहाँ नहीं उतरा और एंबुलेंस के ड्राइवर से सैफी हॉस्पिटल ले चलने का आग्रह करने लगा। इसके बाद ड्राइवर उसे लेकर सैफी अस्पताल में छोड़ दिया।

वहाँ डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे MRI कराने के लिए कहा, लेकिन उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह बाद में करा लेगा। इसके बाद इरफान ने फोन कर अपने चचेरे भाई कादर को अस्पताल बुलाया और उसके साथ घर चला गया।

पुलिस को आशंका है कि यह घटना तेज स्पीड के कारण हुई है। सी लिंक पर गाड़ी की अधिकतम स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है। वाहनों की चेकिंग के लिए एंट्री और एक्जिट पॉइंट पर स्पीडिंग कैमरे लगाए गए हैं। पुलिस को शक है कि एंट्री करने के बाद सी लिंक पर इरफान ने निर्धारित स्पीड से तेज गति में गाड़ी को चलाया, जिसके कारण दुर्घटना हुई।

बता दें कि कोलकाता के सियालदह फ्लाइओवर पर भी एक बस ने दुर्गा पूजा का पंडाल देखने जा रहे लोगों को टक्कर मार दी। घटना में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य घायल हो गए। बताया जा रहा है कि बस मे बैठे ड्राइवर बबलू खान को लोगों ने बार-बार हाथ देकर गाड़ी धीरे करने को भी कहा था, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।

अब इस मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं- इनकी पहचान ड्राइवर बबलू खान, कंडक्टर नूरूद्दीन खान और हेल्पर अरमान खान के तौर पर हुई है। इनके विरुद्ध गैर-जमानती धाराओं में केस दर्ज हुआ है। कुछ रिपोर्ट्स बता रही हैं कि ड्राइवर ने नियंत्रण खोया, लेकिन जाँच अधिकारी को इस पर विश्वास नहीं है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया