कर्नाटक में BJP युवा मोर्चा के नेता की चाकू मारकर हत्या, धारवाड़ के मंदिर में चल रहे कार्यक्रम के दौरान हुआ हमला: इससे पहले काट डाले गए थे प्रवीण नेट्टारू

मृतक BJYM नेता प्रवीण कम्मार (साभार: ANI)

कर्नाटक के हुबली में BJYM के नेता प्रवीण कम्मर की मंगलवार की रात (18 अप्रैल 2023) को चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इसके पहले में भाजयुमो (BJYM) के नेता प्रवीण नेट्टारू की भी हत्या कर दी थी।

प्रवीण BJYM धारवाड़ इकाई के कार्यकारी सदस्य और कोट्टूर ग्राम पंचायत के उपाध्यक्ष थे। धारवाड़ तालुका के कोट्टूर गाँव में बदमाशों द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना कर्नाटक चुनाव 2023 के दौरान अंजाम दिया गया। बता दें कि 10 मई 2023 को राज्य में मतदान होने वाले हैं।

पुलिस के अनुसार, हत्या मंदिर में एक उत्सव के दौरान हुई। मंदिर में जात्रा निकाला जा रहा था। इसमें नशे में धुत कुछ लोगों से प्रवीण की बहस हो गई। इसके बाद शराब के नशे में धुत लोग वहाँ से चले गए। कुछ देर बाद वे लोग वापस आए और प्रवीण और उनके समर्थकों के साथ गाली-गलौज करने लगे।

इसके बाद दोनों के समर्थकों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। इस दौरान प्रवीण कम्मर ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनमें से एक व्यक्ति ने भाजपा नेता को चाकू मार दिया। हमलावर ने प्रवीण के पेट में चाकू से वार किया और मौके से फरार हो गया।

इसके बाद मौके पर उपस्थित लोग प्रवीण को लेकर अस्पताल पहुँचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और जगह-जगह छापेमारी शुरू कर दी। इस मामले में अभी तक तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।

बताया जा रहा है कि प्रवीण के समर्थकों और विरोधी नेताओं के बीच मारपीट हो गई थी। जब प्रवीण बीच-बचाव करने गए तो उन्हें चाकू मार दिया गया। इस हत्या के पीछे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता बताई जा रही है।

भाजपा युवा मोर्चा के नेता की हत्या पर सांसद तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट कर दुख जताया है। बंगलुरु साउथ से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने लिखा कि BYJM के नेता प्रवीण कम्मर की हत्या के पीछे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता कारण लगता है। सूर्या ने पुलिस से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की माँग की है।

बता दें कि BJYM के नेता प्रवीण नेट्टारू की 26 जुलाई 2022 को उनकी दुकान के सामने ही कुछ लोगों द्वारा हत्या कर दी गई थी। इस हत्या से दक्षिण कन्नड़ जिले के कई हिस्सों में तनाव पैदा हो गया था। घटना के मद्देनजर पिछले साल पुत्तर में भी भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाया गया था।

प्रवीण नेट्टारू (Praveen Nettaru) हत्याकांड में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने PFI के 20 सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट के मुताबिक, आरोपितों ने चिन्हित किए गए लोगों की हत्या करने के लिए बाकायदा एक टीम बनाई थी। 

NIA ने इस केस में अभी तक जिन आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट लगाई है उनके नाम मोहम्मद शियाब, मुस्तफा पैचार, ए बशीर, रियाज़, मसूद, मोहम्मद शरीफ, अबू बकर सिद्दीक, नौफाल, इस्माइल, इकबाल, शहीद, मोहम्मद शफीक, उमर फारूक, अब्दुल कबीर, मोहम्मद ईशा, आबिद, शेख हुसैन, ज़ाकिर, अब्दुल हरिस और तुफैल हैं। फिलहाल मुस्तफा पैचार, मसूद, मोहम्मद शरीफ, अबू बकर सिद्दीक, उमर फारूक और तुफैल फरार चल रहे हैं। इन आरोपितों को गिरफ्तार करवाने वाले पर NIA ने इनाम भी घोषित किया है।

गौरतलब है कि भाजपा नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या में आरोपित एक व्यक्ति शफीक के अब्बा प्रवीण की ही दुकान पर लम्बे समय से काम कर रहे थे। शफीक का प्रवीण के घर भी आना-जाना बताया जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NIA द्वारा दायर चार्जशीट में बताया गया था कि जाँच के दौरान उसे आरोपितों के देश में साम्प्रदायिक तनाव और हिंसा फैलाने की साजिश का पता चला। आरोपित अपनी करतूतों से समाज को अस्थिर करना चाह रहे थे।

NIA के मुताबिक बिहार के फुलवारी शरीफ में पकड़े गए आरोपितों की तरह प्रवीण नेट्टारू के हत्यारोपित भी साल 2047 तक भारत में इस्लामी कानून लागू करने का टारगेट ले कर चल रहे थे। चिन्हित किए गए लोगों की हत्या के लिए बनाए गए अलग से दल का नाम ‘सर्विस टीम’ रखा गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया